फिरोजाबाद : सरकार लगातार दावा कर रही है कि स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर आ रही हैं, लेकिन फिरोजाबाद की रहने वाली एक महिला की कहानी बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं और डॉक्टरों की लापरवाही की पोल खोलने के लिए काफी है. महिला का आरोप है कि उसका ऑपरेशन हुआ था, लेकिन डॉक्टर ने पट्टी को पेट के भीतर ही छोड़ दिया. महिला शुक्रवार को फिरोजाबाद दौरे पर आए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) से शिकायत करने पहुंची थी. डिप्टी सीएम से न मिल पाने की वजह से रोते रोते आप बीती सुनाई.
शहर में शुक्रवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) का आगमन हुआ. इस दौरान उनसे मिलने के लिए एक पीड़ित महिला भी पहुंची, लेकिन उसकी मुलाकात न हो सकी. फिर भाजपा कार्यालय पर गई, वहां भी न मिल सकी. जिसके बाद वह महिला फूट फूट कर रोने लगी. महिला ने जिला अस्पताल के एक डाॅक्टर पर गंभीर आरोप लगाये.
महिला ने आरोप लगाया कि डिलीवरी के दौरान ऑपरेशन करने के बाद उसके पेट में पट्टी रह गई. उसके बाद दोबारा लापरवाही में उसकी आंत काट दी गई. महिला ने अपना नाम अंकिता भारद्वाज बताया. पीड़िता ने बताया कि 22 फरवरी 2021 को बच्ची हुई थी. सरकारी अस्पताल फिरोजाबाद में एक महिला डॉक्टर ने ऑपरेशन किया था. ऑपरेशन के बाद भी वह तीन महीने तक परेशान रही. आगरा के निजी अस्पताल में पता चला कि पेट में पट्टी रह गई थी. इसके बाद सरकारी अस्पताल में 31 मई को उसका दूसरा ऑपरेशन हुआ तो उसकी आंत ही काट दी गई. छह महीने तक केजीएमयू लखनऊ में भर्ती रही. उसने बताया कि जनता दरबार में शिकायत की. मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की. उसने बताया कि उसे डिप्टी सीएम से मिलने नहीं दिया गया, गार्डों ने ही रोक दिया.