फिरोजाबाद: जनपद में एक अमृत सरोवर इन दिनों विवादों के घेरे में हैं. दरअसल, इस अमृत सरोवर में कोई काम नहीं हुआ है. लेकिन, इसके बोर्ड पर काम के लागत की राशि 8 लाख 75 हजार 643 रुपये अंकित कर दी गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस धनराशि को ग्राम प्रधान ने घोटाला कर हजम कर लिया है. वहीं, ग्राम प्रधान का कहना है कि अमृत सरोवर पर काम चल रहा है. लगभग 50 हजार रुपये की धनराशि उस पर खर्च भी हो चुकी हैं. बाकी राशि को भी खर्च कर काम पूरा कराया जाएगा.
बता दें कि भारत सरकार और यूपी सरकार की मंशा के मुताबिक, हर जनपद में अमृत सरोवरों का निर्माण कराया जा रहा है. इसके पीछे सरकार की जल संरक्षण की मंशा है. इस अमृत सरोवर में वर्षा का जल संरक्षित किया जाएगा. ताकि, भूगर्भ जलस्तर ऊपर आ सके. इसके अलावा इन तालाबों को पर्यटन के हिसाब से भी विकसित किया जाएगा. इन तालाबों के इर्द गिर्द पेड़ पौधों को लगाया जाएगा. लाइटें लगाई जाएंगी. लोगों के बैठने के लिए बेंच बनाई जाएगी, ताकि लोग सुबह शाम प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकें.
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