फिरोजाबाद: जनपद की राजकीय रेलवे पुलिस टूंडला (Government Railway Police Tundla) ने 2 दिन पहले 700 कारतूसों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. इस मामले की विवेचना हुई तो और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. यह पूरा गैंग उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद से ऑपरेट हो रहा था. इस गैंग का सरगना आर्म्स दुकान का डीलर का बेटा है.
वह असलहा धारक के लाइसेंस पर ज्यादा कारतूस चढ़ाता था और उन्हें कम देता था. इस तरह हर माह करीब 5000 कारतूस उसके द्वारा नाजायज ढंग से अपराधियों को बेचे जाते थे. पूरे देश में इन लोगों का जाल फैला हुआ था. एसपी रेलवे ने यह भी बताया कि सरगना कारतूसों की मैन्यूफैक्चरिंग भी कराता था. जीआरपी टूंडला पुलिस (GRP Tundla Police) ने 22 अप्रैल को कारतूसों की सप्लाई करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सात सौ कारतूस बरामद किए थे जिन्हें बिहार में बेचा जाना था. तस्करों के नाम शादाब व फैजान पुत्रगण कुद्दन निवासी लेवर कॉलोनी वेस्ट ग्लास कंपाउंड दतौजी कलां थाना लाइनपार जनपद फिरोजाबाद है. ये सगे भाई हैं. पुलिस ने इन दोनों को प्लेटफार्म संख्या सात से गिरफ्तार किया था.
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पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पांच सौ कारतूस 315 बोर और दो सौ कारतूस 32 बोर, दो एंड्रॉइड मोबाइल, 49 सौ रुपये नकद बरामद किए गए थे. इन तस्करों ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह लोग फिरोजाबाद और अमरोहा से कारतूसों को खरीदकर यूपी और बिहार के विभिन्न जनपदों में बदमाशों को सप्लाई करते थे. यह तस्कर बिहार जाने की फिराक में किसी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे लेकिन पुलिसिया चेकिंग में पकड़े गए.