बुलंदशहर:जिले के शाहपुर गांव में बुधवार को आयोजित राष्ट्रीय लोकदल की युवा पंचायत सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने हुंकार भरी. उन्होंने सेना के बड़े अफसरों पर बड़ा आरोप लगाया. इस मौके पर युवा महापंचायत में बुजुर्गों के पहुंचने पर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सेना के बड़े अधिकारी नौजवानों को धमकी दे रहे हैं कि अगर अग्निपथयोजना का विरोध करोगे तो आपको नौकरी नहीं मिलेगी. इसलिए आज की युवा महापंचायत में बुजुर्गों की संख्या ज्यादा रही. उन्होंने कहा कि हम नौजवानों की नौकरी के चलते नुकसान नहीं चाहते हैं.
उन्होंने इस सम्मेलन में तीन प्रस्ताव रखें और पंचायत से उनको स्वीकार कराने के लिए हाथ खड़े करवाए. तीनों प्रस्ताव में किसानों की गिनती, अग्निपथ योजना अस्वीकार और नौकरियों में नियुक्ति तुरंत करें. इस दौरान राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए कहा कि यह योजना अस्वीकार है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी दूसरे प्रस्ताव के बारे में उन्होंने कहा कि 60 लाख नौकरियां हैं, जो खाली है. जिन पर अधिकारियों की नियुक्ति होनी चाहिए, लेकिन नहीं हो रही है. अधिकारी चाह रहे हैं कि इन्हीं पर ही इनकी प्रमोशन हो जाए और नई नियुक्तियां न हो, जब भर्ती निकलती है तो उसने भ्रष्टाचार होता है. इसे भी पढ़ेंःसीएम योगी बोले, मंदिरों से कोई भूखा न जाए, बच्चों को मिले वैदिक ज्ञान
जयंत चौधरी ने कहा कि यूपी में दारोगा की भर्ती निकली है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से सवाल करते हुए कहा कि जो बच्चे फेल हो गए थे, उनका नाम मेरिट लिस्ट कैसे आया? इस मुद्दे को लेकर कोर्ट जाएंगे तो सारी भर्ती रुक जाएंगी. सरकार को समय बद्ध तरीके और पारदर्शी तरीके से खाली पड़े रिक्त पदों पर नियुक्ति समय से करनी चाहिए. सरकार को सभी रिक्त पदों को भरना चाहिए.
तीसरा प्रस्ताव यह है कि किसान की बहुत बड़ी भूमिका देश के निर्माण और विकास में है. योगी जी कह रहे हैं कि यदि आवारा पशुओं को छोड़ा गया तो किसानों की खैर नहीं. साथ ही मास्टरों को लगाया गया है कि भूसा इकट्ठा करो. साथ ही मास्टरों से कहा गया है कि अग्निवीर योजना को समझाओ कि बहुत अच्छी है. अरे भाई समझाने की क्या जरूरत है. जब अच्छी है तो अच्छी है. तो मेरा तीसरा प्रस्ताव यह है कि किसानों की गिनती और सम्मान होना चाहिए.
उन्होंने युवा पंचायत में सभी से हाथ उठाकर समर्थन मांगा तो पंचायत ने बैठे अधिकांश लोगों ने हाथ उठाकर उनका समर्थन किया और तीनों प्रस्ताव स्वीकार किए गए. उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत का यह सिलसिला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 16 जुलाई तक लगातार जारी रहेगा और जिसकी जितनी क्षमता है, वह उस क्षमता के अनुसार इन पंचायतों में अपनी भागीदारी निभाएं.
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