बरेली:यूपी में जनसंख्या को स्थिर करने के लिए पिछले दिनों सीएम योगी ने जनसंख्या नियंत्रण नीति (Population Control Policy) का एलान किया था. इसका समर्थन मुस्लिम समाज की महिलाएं भी लगातार कर रही हैं. तीन तलाक और पीड़िताओं के हक की लड़ाई लड़ने वाली यास्मीन जहां ने कहा कि महिलाओं को पैर की जूती समझने वालों को सरकार की ये नीति गलत लग रही है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को बच्चे पैदा करने की मशीन समझने वालों को तकलीफ हो रही है. यास्मीन जहां ने बेबाकी से एक के बाद एक तमाम मुद्दों पर चर्चा करते हुए अपनी राय रखी है.
नारी शक्ति नारी सम्मान सेवा समिति उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष यास्मीन जहां से ईटीवी भारत की खास बातचीत तीन तलाक पीड़िताओं की हक की लड़ाई लड़ रहीं नारी शक्ति नारी सम्मान सेवा समिति की अध्यक्ष यास्मीन जहां ने जनसंख्या नियंत्रण नीति पर योगी सरकार का समर्थन किया है. यास्मीन स्वयं भी तीन तलाक पीड़िता हैं और काफी समय से तीन तलाक पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए लगातार कार्य कर रही हैं. उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण नीति का समर्थन करते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने इस दिशा में जो कदम उठाया है वह सराहनीय है. यास्मीन कहती हैं कि महिलाओं को कुछ लोग सिर्फ बच्चे पैदा करने की मशीन समझते हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ये कर पाती है तो अच्छा होगा. यास्मीन ने कहा कि महिलाओं को पैर की जूती और बच्चे पैदा करने वाली मशीन समझने वालों को सरकार की नीति पसन्द नहीं आएगी.यास्मीन कहती हैं कि जब दो बच्चे होंगे तो बच्चों की अच्छे से परवरिश हो सकेगी. महिलाओं को भी कुछ करने का मौका मिलेगा. अपनी जिंदगी जीने और ऊंचाइयां छूने का भी मौका मिलेगा.यास्मीन कहती हैं कि जब पहले तीन तलाक पर कानून बना तब भी लोगों ने विरोध किया ,लेकिन सरकार ने जो भी फैसले लिए वो सभी उचित और एकदम ठीक हैं. उन्होंने कहा कि ये नीति तो सभी धर्म समुदायों के लिए है. यह अगर किसी एक समुदाय के लिए होती तो विरोध उचित था, लेकिन ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे विषयों पर यदि सरकार की नीतियों का विरोध राजनीतिज्ञ करेंगे तो उन्हें नीचा देखना ही पड़ेगा.गौरतलब है कि यास्मीन जहां से पहले बरेली में मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखने वाली फरहत नकवी और निदा खान ने भी जनसंख्या नियंत्रण नीति का समर्थन करते हुए सरकार के निर्णय का स्वागत किया है.