प्रयागराज: जनपद के इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली के लिए अनवरत 49 दिनों तक छात्रों के चलाए आंदोलन और धरना प्रदर्शन के बाद, कोई नतीजा नहीं निकलने पर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी अब आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं. छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में छात्रसंघ बहाली के लिए रविवार से यूनियन हाल पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
छात्रसंघ की लड़ाई लड़ रहे इन छात्रों का कहना है कि वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रतनलाल हांगलू सिर्फ और सिर्फ तानाशाह रवैया अपना रहे हैं, जबकि छात्रसंघ विश्वविद्यालय की पुरानी परंपरा से शामिल रहा है. छात्रसंघ के माध्यम से यहां पर छात्र हितों की लड़ाई लड़ी जाती रही है, यहां से छात्रसंघ को खत्म करके छात्रों को अब परेशान करने का तरीका मिल गया है.
पिछले 49 दिनों से चल रहे आंदोलन का नहीं निकला हल
पिछले 49 दिनों तक चले आंदोलन का अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. इस आंदोलन पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. अब जब छात्र आमरण अनशन पर बैठें हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन क्या कदम उठाएगा, यह विश्वविद्यालय को तय करना है. लेकिन छात्रसंघ से जुड़े पदाधिकारियों के शुरू किए गए इस आमरण अनशन से विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में हलचल जरूर मच गई है.