अलीगढ़: शिक्षक और स्नातक एमएलसी चुनाव के दौरान अलीगढ़ में मतदान की रफ्तार सुस्त दिखी. आगरा खंड स्नातक एमएलसी चुनाव के लिए अलीगढ़ में कुल 47,532 वोटर हैं. जिसमें शाम चार बजे तक सिर्फ 16,137 वोटर्स ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं आगरा खंड शिक्षक एमएलसी चुनाव के लिए अलीगढ़ में 4264 मतदाता हैं. जिनमें से 2,848 लोगों ने शाम चार बजे तक मतदान किया.
एमएलसी चुनाव में मतदाताओं ने बेरोजगारी के मुद्दे पर की वोटिंग - aligarh news
उत्तर प्रदेश में मंगलवार को विधान परिषद की 11 सीटों के लिए वोट डाले गए. इस दौरान आगरा खंड स्नातक और शिक्षक एमएलसी चुनाव के लिए अलीगढ़ में मतदाताओं ने वोटिंग की.
एमएलसी चुनाव में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा
इस बारे के एमएलसी चुनाव में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है. जिसको लेकर लोग वोट डाल रहे हैं. बहुत से स्नातक आज बेरोजगार घूम रहे हैं. ऐसे उनके सामने बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है. वोट देकर आए नासिर खान ने कहा कि बेरोजगारी एक बीमारी है, एक समस्या है और इस चुनाव में एक बड़ा मुद्दा है. लोग चाहते हैं कि वो शिक्षक और स्नातक एमएलसी विधान परिषद पहुंचे, जो बेरोजगारों की आवाज उठाए.
वहीं, मतदान करने वाले धर्मेंद्र सारस्वत ने कहा कि,जो ग्रेजुएट बेरोजगार हैं. उनको नौकरिया मिलें. यूपी पीसीएस में बहुत अनियमितताएं हैं. विधान परिषद में ही मुद्दों को उठाकर अनियमितता को खत्म किया जा सकता है. राजस्थान और मध्य प्रदेश में पीसीएस की परीक्षा में यूपी के लोगों पर पाबंदी लगा दी गई. ऐसे में यूपी पीसीएस में भी बाहर के राज्यों के लोगों पर पाबंदी होनी चाहिए. दूसरे राज्यों में पीसीएस परीक्षा देने के लिए उम्र सीमा 42 वर्ष है. लेकिन यूपी में 40 साल है. ऐसे मुद्दे विधानसभा में उठाने पर यूपी के लोगों को राहत मिल सकती है.