आगरा: लॉकडाउन के दौरान आगरा के थाना ताजगंज पुलिस ने आगरा में सेक्स रैकेट की सबसे बड़ी सरगना रोशनी को उसके दोस्त राहुल के साथ गिरफ्तार किया था. रोशनी की गिरफ्तारी के बाद तमाम सफेदपोशों और उसके साथियों की हालत खराब हो गयी थी. उस समय पुलिस ने रोशनी के अन्य साथियों को गिरफ्तार कर शहर से इस गलीच धंधे को खत्म करने के दावे भी किए थे. रोशनी पर लॉकडाउन से पहले ताजगंज के एक होटल में सेक्स रैकेट चलाने का मुकदमा भी दर्ज हुआ था. इसके साथ ही ताजगंज पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के दौरान उसके द्वारा लाल आई20 कार में ग्राहक के साथ देह व्यापार करने का मुकदमा दर्ज किया था.
पुलिस ने रिमांड में लेकर रोशनी और राहुल से काफी जानकारियां मिलने की बात कही थी, लेकिन न्यायालय में पुलिस उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं पेश कर पाई. इस कारण उसे जमानत मिल गई है. रोशनी को जमानत मिलने के बाद पुलिस की किरकिरी हो रही है. इस मामले में एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि रोशनी के ऊपर दो मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसमें से एक में उसे जमानत मिल गयी है. इस मामले में जमानत के बाद भी उसे अन्य मामलों में जेल में ही रहना पड़ेगा. पुलिस उसके गैंग के अन्य सभी साथियों को गिरफ्तार कर के उन पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी करेगी.
कौन है रोशनी
रोशनी इंदौर से मात्र 15 वर्ष की उम्र में बहु बनकर आगरा आई थी. ऊंची महत्वकांक्षाओं के चलते उसकी पति से नहीं निभी. शादी के चार साल बाद उसका पति से अलगाव हो गया. अलगाव के बाद वह वापस इंदौर चली गई. पांच साल इंदौर में रहने के बाद वह वापस आगरा आई और यहां एक महिला के साथ मिलकर सेक्स रैकेट शुरू कर लिया. बहुत जल्दी वह सेक्स रैकेट के बिजनेस में टॉप पर पहुंच गई. अपने साथी आशु के गायब होने के बाद वह आगरा में चर्चा में आ गई थी, जिसके बाद उसे आगरा छोड़ना पड़ा. उस दौरान रोशनी की मदद करने के आरोप में तत्कालीन पीपीएस, एक पत्रकार, एक पीसीएस अधिकारी, डीएसपी और दो इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी सहित एक सीओ का तबादला कर दिया गया था. इसके साथ ही इन लोगों की आगरा में जमकर थू-थू हुई थी. इस घटना के बाद उसने शहर से बाहर रहकर अपना धंधा चालू रखा था.
रोशनी के मोबाइल से मिले थे यह राज
जिस्मफरोशी का धंधा करने वाली रोशनी और उसके दोस्त राहुल मिश्रा के मोबाइल से आगरा के 15 और अन्य जिलों के 30 से ज्यादा सफेदपोशों की जानकारी मिली थी. इनमें से कुछ रोशनी के काले धंधे को अपने सफेद कॉलर से ढकने का काम करते थे तो कई अपने काम धंधे निकालने के लिए रोशनी की मदद लिया करते थे.
होटल में ऐसी थी सेटिंग
पूर्व में होटल ताज हेवेन में सेक्स रैकेट चलाए जाने की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा था. उस छापेमारी में वहां से रोशनी और उसके कई साथी फरार हो गए थे, जिसके बाद रोशनी पर 15 हजार का इनाम घोषित करने के साथ ही होटल पर भी कार्रवाई हुई थी. रिमांड में पुलिस को होटल प्रशांत समेत पांच और होटलों में रोशनी का धंधा चलने की जानकारी मिली थी. मोबाइल में मिले डाटा के आधार पर पुलिस का दावा था कि रोशनी जिस होटल में धंधा चलवाती थी, वहां के रजिस्टर में बारात रुकने की एंट्री होती थी. जिन होटलों में कॉलगर्ल्स को रुकवाती थी,उन होटलों में कॉलगर्ल्स को स्टूडेंट दर्शाया जाता था.