आगरा: मंगलवार रात जिले में कोरोना संक्रमण के चलते चौथी मौत हो गई. मृतक एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आने की बात कही जा रही है. दरअसल जिला प्रशासन ने दूसरी रिपोर्ट का इंतजार तक नहीं किया और कोरोना संक्रमित का शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया. परिजन शव लेकर घर पहुंचे और शव से लिपट कर विलाप किया. इस दौरान मृतक के कई परिचित और रिश्तेदार भी जमा हो गए.
जिले में कुल 148 कोरोना संक्रमित
मंगलवार रात करीब एक बजे पता चला कि मृतक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मृतक के घर पहुंची और शव कब्जे में लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज लाया गया. जिला प्रशासन की लापरवाही से अब मृतक के परिजनों के साथ ही पड़ोसी और रिश्तेदारों में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, मंगलवार देर रात तक छह और कोरोना पॉजिटिव आने से जिले में संक्रमितों की संख्या 148 पहुंच गई है.
7 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुआ था संदिग्ध
बता दें कि, 7 अप्रैल 2020 को सिकंदरा के शास्त्रीपुरम निवासी 57 वर्षीय मनीष राठौर को गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जिसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. मंगलवार रात करीब पौने ग्यारह बजे मनीष राठौर की मौत हो गई. इस पर जिला प्रशासन ने उसका शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया और एम्बुलेंस से शव परिजन घर पहुंच गए, जबकि संदिग्ध की दूसरी रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए था. जिला प्रशासन ने लापरवाही बरती और अब दर्जनों लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. मृतक के परिजन, पड़ोसी और रिश्तेदारों में खलबली मची हुई है.