लखनऊ: आगरा पुलिस की कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी. तब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अरुण वाल्मीकि के घर पहुंची थीं और उन्होंने हर संभव सहायता का भरोसा दिया था. गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय पर पीड़ित परिवार पहुंचा. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रोहित चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की मौजूदगी में अरुण वाल्मीकि की मां और पत्नी को 30 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया.
प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार पीड़ितों को सरंक्षण देने की बजाय उन पर ही आक्रमण करती है. अरुण वाल्मीकि को न्याय देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कुछ नहीं किया. मैं न्याय की आवाज दबने नहीं दूंगी.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पिछले 21 अक्टूबर को अरुण वाल्मीकि की पुलिस कस्टडी में मौत हुई थी. रोप था कि पुलिस थाने में बुलाकर ले गई और मारपीट की, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. उसके बाद उनके घर वालों को बुलाया और घरवाले जब गए तो उनसे कहा गया कि आपके परिवार के अरुण वाल्मीकि एकाएक गिर गए हैं. उन्हें अस्पताल ले जाना है और वहां पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जब आगरा अरुण वाल्मीकि के परिवार से मिलने जाना चाहती थीं, तो उन्हें रोकने का सरकार और पुलिस प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया था. उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाया गया था.