आगरा : डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में इन दिनों बीएएमएस (BAMS) की कॉपियों की अदला-बदली का मामला गरमाया हुआ है. बीएएमएस की परीक्षाएं रद् कराने को लेकर भी बात चल रही है. ऐसे में बीएएमएस के छात्रों को डर सता रहा है, यदि परीक्षायें रद् हो गईं तो उनका भविष्य अंधेरे में चला जाएगा, क्योंकि जो परीक्षाएं 2019 में होनी थीं वह अब कराई गई हैं.
एटा के रहने वाले दिलीप कुमार बताते हैं कि वह बीएएमएस (BAMS) थर्ड ईयर के छात्र हैं. अब तक यह कोर्स उनका हो जाना चाहिए था. कोर्स पांच साल का होता है, जिसमें साढ़े चार साल तक की पढ़ाई और उसके बाद इंटर्नशिप होती है. इस वक्त हम इंटर्नशिप कर रहे होते, लेकिन पिछले दो साल से परीक्षाएं कराने को लेकर हमने कई धरने प्रदर्शन किए. दो साल तक धरना प्रदर्शन करने के बाद 2022 में जाकर तीन बार परीक्षाओं की तारीख बदलने के बाद बीएएमएस (BAMS) थर्ड ईयर की परीक्षाएं कराने के लिए विश्विविघालय ने तिथि घोषित की. कईं मुश्किलों के बाद परीक्षाएं शुरू हुईं तो विश्वविद्यालय की लापरवाही की वजह से कॉपियों की अदला बदली हो गई. जिस वजह से परीक्षाएं रद्द कराने की बात की जा रही है. ऐसे में हमारा क्या कसूर, जो इस मामले में हमें बलि का बकरा बनाया जा रहा है. समय और पैसा दोनों ही हमारा बर्बाद हो रहा. वहीं कई छात्र-छात्राएं बीएएमएस की परीक्षाएं रद्द कराने की बात सुनकर अवसाद में आ गए हैं.