आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस परीक्षा में कॉपी बदलने का मास्टरमाइंड छात्र नेता अभी एसटीएफ की गिरफ्त से दूर है. एसटीएफ की टीमें उसकी तलाश में दबिश दे रही हैं. एसटीएफ ने छात्र नेता के करीबियों की सूची भी बना ली है. एसटीएफ की घेराबंदी और छापेमारी के चलते फरार छात्र नेता राहुल पराशर ने आगरा के दीवानी कोर्ट में अपने अधिवक्ता के जरिए सरेंडर की अर्जी लगाई है. इसे लेकर मंगलवार सुबह से ही दीवानी कोर्ट में आगरा पुलिस और एसटीएफ सतर्क हो गई है.
बता दें कि सीएम योगी के आदेश पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) अब बीएएमएस परीक्षा के कॉपी बदलने के मामले की छानबीन कर रही है. एसटीएफ का टारगेट डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के हर कॉकस और माफियाराज पर शिकंजा कसना है. इसलिए, एसटीएफ की ओर से विश्वविद्यालयव ने अपना कैंप कार्यालय बनाया है. एसटीएफ की ओर से परीक्षा नियंत्रक के साथ ही अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की जा चुकी है.
यह है बीएएमएस की कॉपी बदलने का मामला
27 अगस्त 2022 को बीएएमएस परीक्षा में कॉपी बदलने का मामला सामने आया था. पुलिस ने इस मामले में टेंपो चालक देवेंद्र और डॉ. अतुल यादव को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद जेल भेज दिया गया था. इसमें अभी मास्टरमाइंड छात्र नेता राहुल पराशर फरार है. हर कॉपी को बदलने के एवज में 50 हजार रुपये में सौदा हुआ था. जब इस मामले में डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय की किरकिरी हुई. इधर, सीएम योगी ने विश्वविद्यालय में व्याप्त गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की जांच एसटीएफ को दे दी. जांच टीम का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ राकेश कुमार कर रहे हैं.
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