आगरा: सेना ने करीब दस साल बाद ड्रेस कोड में बदलाव (Army changed dress code) किया है. आपराधिक प्रवृत्ति और देश विरोधी ताकत लगातार सेना के ड्रेस कोड का इस्तेमाल करके ठगी समेत अन्य देश विरोधी वारदातों को अंजाम दे रहे थे. इसी के चलते अब सेना का नया ड्रेस कोड (Army new dress code) बाजारों में नहीं बिकेगा और न ही कपड़ा खरीद कर वर्दी सिलवा सकेंगे.
आर्मी के नए ड्रेस कोड की डुप्लीकेसी (Army new dress code) रोकने के लिए सेना और पुलिस ने कमर कस ली है. आगरा में सेना और पुलिस (army police in Agra) की टीमें सदर बाजार समेत अन्य बाजारों में दुकानदारों के साथ ही टेलर्स को जागरूक करने में जुटी हैं. उन्हें सख्त हिदायत भी दी जा रही है कि सेना का नया पैटर्न (ड्रेस कोड) कोई नहीं बेचेगा. अगर कोई पैटर्न से मिलता-जुलता कपड़ा लेकर आए तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दें.
बता दें कि आगरा में सेना का ड्रेस कोड (army dress code in Agra) पहनकर आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने ठगी और अन्य तरह की वारदातें की हैं. जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के साथ ही पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल के बॉर्डर से सटे क्षेत्र में भी सेना के ड्रेस कोड का देश विरोधी ताकतों से जुड़े आतंकी इस्तेमाल कर रहे हैं. जो देश की सुरक्षा पर बड़ा सवाल है. इसलिए, सेना ने अपने ड्रेस कोड में 2012 के बाद बदलाव किया है. आगरा में अभी सेना के अफसर नए ड्रेस कोड को पहन रहे हैं.