आगरा : जिले के थाना शाहगंज कोलीहाई मोहल्ले में एक परिवार के लोगों पर पड़ोस के कल्लू नाम के व्यक्ति ने एसिड फेंक दिया. इस दौरान दो महिलाओं का चेहरा झुलस गया. एसिड अटैक सरवाइवर रूपा शाह ने बताया कि रविवार 2 बजे पीड़ितों के चेहरों पर तेजाब फेंका गया और 12 घंटे बीत जाने के बावजूद अस्पताल में आंखों से एसिड नहीं निकाला गया. एसिड की जलन से मां बेटी तिलमिला रहे थे. 12 घंटे बाद उनकी आंखों से एसिड निकाला गया. इलाज के नाम पर एसएन मेडिकल अस्पताल में खानापूर्ति की जाती रही. इस वजह से मंगलवार को अच्छे इलाज के लिए दोनों महिलाओं (मां और बेटी) को दिल्ली के एम्स अस्पताल में बर्न एंड प्लास्टिक डिपार्टमेंट में भर्ती कराया गया.
12 घंटे बीतने के बावजूद भी नहीं मिला था सही से इलाज :एसिड अटैक सरवाइवर रूपा शाह ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि कोलीहाई मोहल्ले में एक पड़ोसी ने 4 लोगों पर एसिड फेंक दिया. इसके बाद वह एसएन मेडिकल में उन्हें देखने पहुंचे. यहां उन्होंने देखा कि असलम की पत्नी रेशमा, एलमा पुत्री गंभीर रूप से झुलस गई थी. उनका चेहरा खराब हो चुका था. आंखों में एसिड भरा था और उस एसिड की जलन के कारण वह तिलमिला रही थी लेकिन डॉक्टर ने आकर उनकी आंखों से एसिड तक भी नहीं निकाला.
12 घंटे बाद भी इलाज न मिलने पर प्रिंसिपल से शिकायत की गई. प्रिंसिपल ने शिकायत को ट्विटर पर डाल दिया. इसके बाद डॉक्टर हरकत में आए और मां-बेटी की आंखों से एसिड निकाला. डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर एक ग्लूकोस ड्रिप चढ़ा दी. पीड़ितो को किसी भी तरह का कोई भी इलाज नहीं दिया गया.
दिल्ली की एम्स में कराया पीड़ितों को भर्ती :एसिड अटैक सरवाइवर शीरोज हैंग आउट के मीडिया प्रभारी अजय तोमर ने बताया कि रूपा और उनकी टीम पूरे दिन इस मामले में लगे रहे प्रशासन की तरफ से सहयोग मिला. सीएमओ की तरफ से भी सहयोग मिला लेकिन डॉक्टरों ने सही से इलाज नहीं किया गया. इसके बाद हमारी टीम ने दिल्ली के एम्स में burn एंड प्लास्टिक्स डिपार्टमेंट के डॉक्टर से कांटेक्ट किया जिन्होंने कहा कि रेफर कर यहां ले आइए, हम अच्छे से इलाज कर देंगे. एसिड अटैक की टीम ने दिल्ली की टीम के सहयोग से आगरा से रेशमा और उनकी बेटी ऐलमा को दिल्ली पहुंचाया गया क्योंकि इलाज के लिए पीड़ित परिवार के पास पैसे नहीं थे.