लखनऊ :साइबर ठगी का शिकार अब आम लोग ही नहीं, बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी हो रहे हैं. हाल ही में राजकुमार राव ने ट्विटर पर CIBIL (क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लि.) के अधिकारियों को बताया कि उनके पैन नंबर का दुरुपयोग कर 2,500 रुपये की ठगी की गई है. यह पैसे लोन के रूप में निकाले गए हैं. इसके चलते उनका क्रेडिट स्कोर भी कम हो गया. इससे पहले सनी लियोन ने भी इसी तरह का मामला दर्ज कराया था.
गौरतलब है कि साइबर ठगी के मामल लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसके तहत साइबर ठग किसी व्यक्ति के दस्तावेजों का उपयोग कर फर्जी तरीके से उसपर लोन ले लेते हैं. एप और इनके जरिए होने वाले पुनर्भुगतान में इस तरह की ठगी सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है. इसके कारण संबंधित व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है. इससे पीड़ित को आगे लोन मिलने में परेशानी होती है और अगर लोन मिल भी जाए तो उस पर अधिक ब्याज दरों को चुकाना पड़ता है. ऐसे में किसी भी साइबर ठगी से बचने के लिए अपने क्रेडिट स्कोर पर नज़र रखें. स्कोर को कम करने वाले किसी भी संदिग्ध लोन की तुरंत रिपोर्ट करें.
विशेषज्ञ की राय, साइबर ठगी से बचने को आधार में मोबाइल नंबर करें अपडेट :साइबर सलाहकार राहुल मिश्रा ( उत्तर प्रदेश पुलिस) बताते हैं कि सिबिल स्कोर का इस्तेमाल कर लोन लेने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होती है. इसमें पैन कार्ड और आधार कार्ड शामिल हैं. अब यह दोनों एक दूसरे से लिंक कर दिए जा रहे हैं. पर आधार में दर्ज मोबाइल नंबर सबसे महत्वपूर्ण होता है. इसी नंबर पर लोन के लिए एप्लाई करते समय ओटीपीआता है. अक्सर लोग अपने पुराने नंबर को जो आधार में अपडेट होता है, बंद करा देते हैं. उधर, उसी नंबर को साइबर ठगजारी करा लेते हैं. अब जैसे ही आपके पैन और आधार की डिटेल उन्हें मिलती है, वे लोन के लिए एप्लाई कर देते हैं. इसका ओटीपी आपके आधार में दर्ज पुराने नंबर पर आता है जिसे आपने बंद करा दिया था.
बस यहीं से खेल शुरू हो जाता है. आपको पता भी नहीं चलता और आपके नाम पर लोन पर लोन लिया जाने लगता है. राहुल मिश्राबताते हैं, 'ऐसे में जरूरी है कि आधार में दर्ज अपने मोबाइल नंबर को आप अपडेट कराते रहें. यदि कभी आपके मोबाइल पर कोई ओटीपी आए और उसके बाद कोई फोन करके आपसे उस ओटीपी नंबर के बारे में पूछे तो कभी भी न बताएं. इस तरह साइबर फ्राड से बचा जा सकता है. इसके अलावा जरूरी न हो तो अपना आधार और पैन पब्लिक में डिस्क्लोज न करें.
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सेलेब्रिटी भी हो रहे साइबर ठगी का शिकार, जानें कैसे हो सकता है बचाव
अपना क्रेडिट स्कोर जांचें :आपको नियमित रूप से अपने क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट पर नज़र रखनी चाहिए. इसे क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो की वेबसाइट (CIBIL, Experian आदि) में लॉगइन करके या नेटबैंकिंग के जरिए चेक किया जा सकता है. यह दिखाएगा कि आपके नाम पर कोई बकाया लोन है या नहीं.
'अपने क्रेडिट स्कोर को नियमित रूप से ट्रैक करें, आईडी साझा करने में सावधानी बरतें' :साइबर सलाहकार राहुल मिश्रा, उत्तर प्रदेश पुलिस बताते हैं कि राजकुमार राव और सनी लियोन के इन दोनों मामलों को पहचान की चोरी माना जाएगा जबकि ऐसे मामलों के लिए एक व्यक्ति बहुत कुछ नहीं कर सकता है क्योंकि यह सिस्टम की खामी है. हर बार आपके पैन का उपयोग करने पर आपको सूचित नहीं किया जाता. लोग अपने क्रेडिट स्कोर की जांच तब तक नहीं करते, जब तक उन्हें कर्ज की जरूरत न हो. ऐसे में नियमित रूप से अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इसका दुरुपयोग नहीं हो रहा है. अगर आपको लगता है कि आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो आपको इसकी सूचना सिबिल को देनी चाहिए.
इसके अलावा व्यक्तिगत विवरण को ऑनलाइन कम से कम साझा करें. अपने विवरणों को छिपाने के लिए एन्क्रिप्शन और टोकन का उपयोग करें. अपना आईडी विवरण साझा करते समय सावधान रहें. उदाहरण के लिए, किसी होटल में चेक-इन करते समय वे आमतौर पर पैन या आधार कार्ड मांगते हैं. लोग कभी-कभी इन दस्तावेजों को मेल कर देते हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए. इसकी जगह एक सत्यापित फोटोकॉपी देनी चाहिए. जब आप कोई ऐप डाउनलोड करते हैं जिसमें लोन ऐप भी शामिल है और यदि आपके पैन की इमेज आपके फोन में सेव है तो फोटो गैलरी एक्सेस की अनुमति न दें.
क्या होता है CIBIL SCORE? :CIBIL SCORE आपके क्रेडिट इतिहास, रेटिंग और रिपोर्ट का 3 अंकों का एक सारांश है. यह 300 से 900 के बीच होता है. आपका स्कोर 900 के जितना करीब होगा, आपकी क्रेडिट रेटिंग उतनी ही बेहतर होगी. CIBIL स्कोर लोन लेने के लिए आवेदन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. जब कोई लोन के लिए किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करता है तो लोन प्रदाता पहले आवेदक के सिबिल स्कोर और रिपोर्ट की जांच करता है. यदि CIBIL स्कोर कम है तो बैंक आगे आवेदन पर विचार भी नहीं कर सकता है. यदि CIBIL स्कोर अधिक है तो लोन प्रदाता आवेदन पर गौर करेगा.
शिकायतों को समय पर दर्ज कराएं :यदि आपके नाम से कोई नकली ऋण है तो आपको इसकी सूचना देनी होगी. आप क्रेडिट ब्यूरो की वेबसाइट (जैसे CIBIL) के माध्यम से विवाद उठा सकते हैं. आप आरबीआई से संपर्क कर सकते हैं. cms.rbi.org.inपर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा crpc@rbi.org.inपर मेल कर अपने साथ हुए फ्राड की जानकारी दे सकते हैं.
इस तरह ठगी से बचें :अपना मोबाइल नंबर आधार कार्ड में अपडेट कराते रहें. मोबाइल पर आने वाले ओटीपी को शेयर न करें. 2-3 महीने में अपना सिबिल स्कोर चेक करते रहें. सिबिल स्कोर अब फ्री में भी चेक किया जा सकता है. इसके लिए कई ऐप मौजूद हैं. सिबिल स्कोर देखने से मतलब सिर्फ स्कोर देखकर रुकने से नहीं है. एक-एक लोन डिटेल्स ध्यान से देखें. अगर कोई लोन ऐसा हो जो आपने नहीं लिया है तो फौरन शिकायत करें. कई बार हमें कई जगह आइडेंटिटी प्रूफ दिखाने की जरूरत पड़ती है. ऐसी स्थिति में हम पैनकार्ड दिखा देते हैं. कोशिश कीजिए कि पैनकार्ड को बाहर कहीं भी न दें.
आइडेंटिटी प्रूफ के लिए आप वोटर कार्ड या फिर आधार कार्ड दिखा सकते हैं. अगर पैनकार्ड कहीं फोटोकॉपी करा रहे हैं तो ध्यान से देखें कि आपके कार्ड की कॉपी वह दुकानदार तो नहीं रख रहा है. आपके पैनकार्ड पर हुई हाई वैल्यू ट्रांजेक्शन की डिटेल फॉर्म 26AS में भी मिल जाती है. इसे देखकर भी आप पता कर सकते हैं कि आपके पैनकार्ड का मिसयूज तो नहीं हुआ. आप इकम टैक्स की वेबसाइट से 26AS फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं. इसे TRACES के पोर्टल से भी ले सकते हैं.