जालौन: जिले में कोरोना महामारी का प्रभाव गेहूं क्रय केंद्रों पर देखने को मिल रहा है. यहां अभी तक शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य का मात्र 55 प्रतिशत गेहूं की खरीद हो पाई है. कम खरीद होने के पीछे कृषि विपणन अधिकारी का कहना है कि कोरोना के चलते किसानों ने अपने गेहूं का स्टॉक कर लिया है. क्योंकि किसान भविष्य में गेहूं के दाम को बढ़ना मान रहे हैं, जबकि किसानों के लिए सरकारी गेहूं खरीद के लिए शासन ने समय सीमा 30 जून तक कर रखी है.
आपको बता दें जिले में गेहूं खरीद की तैयारी प्रशासन ने 5 तहसीलों में 72 केंद्र खोलकर शुरू की थी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए किसान को पहले अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराकर टोकन नंबर दिया जाता था. जिस कारण केंद्र पर किसान को इंतजार न करना पड़े. इसके लिए टोकन का नंबर आने पर ही गेहूं की खरीद हो जाती थी. इस बार शासन के निर्देश पर एक लाख 11 हजार मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष में 55 प्रतिशत की गेहूं खरीद किसानों द्वारा की जा चुकी है.