प्रयागराज:मौसम के बदलते मिजाज और पहली बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है. नगर आयुक्त नालों की सफाई का दावा करते नजर आ रहे हैं तो वहीं शहर में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. मंगलवार की रात और बुधवार की बारिश के बाद यह साफ हो गया है कि जलभराव न होने के लिए किए गए उपाय पूरी तरफ कागजों तक ही सीमित थे.
सड़कों पर जलभराव से परेशानी
कुंभ के दौरान बनी नई सड़कों पर बारिश के पानी इकट्ठा हो रहा है. शहर में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति है. नालों की सफाई करने के लिए टीम गठित कर दी गई है, लेकिन सफाई न होने के कारण बारिश के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है.
इन जगहों पर जलभराव
बारिश होने पर सबसे अधिक अल्लापुर, जार्जटाउन, टैगोर टॉउन, अलोपीबाग, कीडगंज, मीरपुर, अतरसुइया, रानी मंडी, अखबरपुर, राजरूपपुर, चकिया, अटाला, निरंजन डांटपुल समेत कई मोहल्ले में जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है.
500 नालों की सफाई का दावा
नगर निगम नगर आयुक्त रवि रंजन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि मानसून आने से पहले ही नगर निगम कर्मचारियों ने टीम बनाकर शहर के 500 बड़े-छोटे नालों की सफाई कराई है. नगर निगम पूरी तरह मुस्तैद है. शहर के जलभराव वाले सभी मोहल्लों को चिन्हित करके सफाई कराई जा रही है.
सीवर लाइन कराई जा रही साफ
नगर आयुक्त रवि रंजन ने कहा कि नालों की सफाई के साथ ही नगर निगम के सफाई कर्मचारी और जलकल विभाग शहर की सीवर लाइनों की सफाई करा रहे हैं. इसके साथ ही बाढ़ वाले एरिया में नालों की सफाई के साथ ही सीवर लाइन की सफाई कराई जा रही है. लगातार बारिश होने पर जलभराव की स्थिति से शहरवासियों को निजात मिले, इसके लिए नगर निगम और संबंधित विभाग मुस्तैदी से कार्य कर रहा है.