वाराणसी: 19 मई को सातवें और अंतिम चरण में देश के सबसे महत्वपूर्ण और हॉट सीट कही जाने वाली वाराणसी संसदीय सीट पर मतदान होना है. एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इन सबके बीच यह जानना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्या बनारस के लोग अपने सांसद के 5 सालों के कार्यकाल से खुश हैं. क्या बनारसी युवा एक बार फिर से अपने सांसद को दोबारा मौका देंगे. इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश ईटीवी भारत ने युवा वोटर्स के बीच जाकर की, जोकि इस बार भी चुनावों में डिसाइडिंग फैक्टर माने जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर क्या है बनारस के युवाओं की सोच... अपने MP से खुश हैं युवा
बनारस के युवाओं के विचार भले ही हर मुद्दे पर अलग-अलग हों, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हर युवा अपने सांसद से खुश नजर आया. युवाओं का कहना है कि बतौर प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी का कार्यकाल चाहे जैसा रहा हो, लेकिन एक सांसद के तौर पर उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को वह सभी सुविधाएं दीं जो एक सांसद को देनी चाहिए.
- सड़कों से लेकर पार्क, रोजगार से लेकर मेडिकल या बुनकरों की समस्याओं को प्रधानमंत्री मोदी ने एक सांसद के तौर पर समाधान करने की कोशिश की.
- शहर में साफ-सफाई से लेकर घाटों के रखरखाव और गंगा की सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है.
- बनारस की जनता अपने सांसद से काफी खुश नजर आ रही है. किसी दूसरे को मौका देने के बारे में सोचने जैसी बातों से ही दूरी बनाने की बात कह रही है.
बनारस में युवा मतदाताओं की भूमिका
- दरअसल इस बार के चुनाव में युवा मतदाता बहुत बड़ी भूमिका में हैं
- वाराणसी की 8 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 36,667 युवा मतदाता - पहली बार मतदान करेंगे जिनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है
- इन युवा मतदाताओं में 19,930 पुरुष हैं जबकि 16,734 महिलाएं
- युवा मतदाताओं की सबसे ज्यादा तादाद अजगरा विधानसभा में है यहां 6,668 युवा मतदाता मौजूद हैं जबकि सबसे कम 2,280 युवा मतदाता कैंट विधानसभा क्षेत्र में है
- वहीं आठों विधानसभा क्षेत्रों में इन युवा मतदाताओं को मिलाकर इस बार कुल 1,22,536 नए वोटर वोटर लिस्ट में शामिल हुए हैं
18 से 19 साल के नए मतदाता विधानसभा वार
विधानसभा | पुरुष | महिला |
पिंडरा | 3157 | 2553 |
अजगरा | 3449 | 3219 |
शिवपुर | 3301 | 2940 |
रोहनिया | 2125 | 1665 |
उत्तरी | 1926 | 1368 |
दक्षिणी | 1511 | 1273 |
कैंट | 1242 | 1038 |
सेवापुरी | 3219 | 2778 |