लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभिन्न हिस्सों में होली खेली गई. चौक में जुलूसबारात निकली तो वहीं अमीनाबाद में होली का हुड़दंग मचा रहा. लखनऊ पुलिस के सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बीच अमीनाबाद और कैसरबाग में सुबह से लेकर दोपहर तक जमकर होली खेली गई. होली खेलते समय लोगों ने कहीं 'भारत माता के जयकारे' लगाए तो कहीं 'जय श्री राम' के.
राजधानी में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब, हुरियारों ने निकाला जुलूस
नवाबों के शहर लखनऊ में गुरुवार को उल्लासपूर्वक और गंगा-जमुनी तहजीब के साथ होली का पर्व मनाया गया. चौक में गाजे-बाजे संग निकली हुरियारों की बारातों का अलग की नजारा था.
जुलूस कोनेश्वर चौराहा, खुनखुनजी रोड, कमला नेहरू मार्ग, विक्टोरिया स्ट्रीट, मेफेयर तिराहा, एक मिनारा मस्जिद, अकबरी गेट, गोटा बाजार, चौक सर्राफा होते हुए चौक चौराहा पहुंचा. 22 मार्च को चकल्लस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन होगा. इसमें प्रताप फौजदार, पद्मश्री डॉक्टर सुनील जोगी, वेदव्रत वाजपेई, गौरी मिश्रा, सुनैना त्रिपाठी, मानसी द्विवेदी, मनुवृत वाजपेई, कमल मनोहर, अली हसन, विश्वनाथ विश्व, राकेश वाजपई, सौरभ श्रीवास्तव, अमित अनपढ़ को आमंत्रित किया गया है. राजधानी में होली खेलने के लिए अमीनाबाद और कैसरबाग में लोग कई समूहों में अलग-अलग हिस्सों से आकर चौराहे के पास एकत्र हुए.
लखनऊ की होली अन्य जगहों से अलग है. यहां नवाबों ने घोला था गंगा-जमुनी तहजीब का रंग. मजहब की दीवारें भी यहां होली के रंगों में गुम हो जाती हैं. गली-मोहल्लों और चौराहों पर जलती होलिका, हर मोहल्ले में रंगे-पुते चेहरों संग गुजरते होरियारे. यहां की होली में समाज का हर वर्ग शरीक होता है.