फर्रुखाबाद: अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद शासन ने पैन कार्ड संशोधित करने वाले शिक्षकों की जांच के आदेश जुलाई में दिए थे. 18 शिक्षकों को चिह्नित कर उनका वेतन रोक दिया गया था. साथ ही अपर जिलाधिकारी के निर्देशन में चार सदस्यीय जांच टीम गठित कर जांच शुरू की गई थी. सितंबर में जांच समिति ने 8 शिक्षकों को क्लीन चिट देकर अन्य शिक्षकों की जांच जारी रखने के निर्देश दिए थे. इस पर बीएसए ने इन शिक्षकों का वेतन बहाल करने के वित्त एवं लेखा अधिकारी को निर्देश देकर बचे हुए 10 शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच संबंधित कॉलेज में जाकर करने के निर्देश संबंधित ब्लॉक के बीईओ दिए थे. उन्होंने इन सभी की रिपोर्ट 1 सप्ताह में मांगी थी. मगर अभी तक उन्हें कोई जांच रिपोर्ट नहीं दी गई है. इसके चलते यह जांच ठंडे बस्ते में पड़ी है.
फर्रुखाबाद: शिक्षकों के पैन कार्ड की नहीं हुई जांच, इसलिए दिए थे आदेश - आदेश
यूपी के फर्रुखाबाद जिले में शासन के आदेश के बावजूद बेसिक शिक्षा विभाग अभी तक चिह्नित किए गए शिक्षकों के संशोधित पैन कार्ड की जांच पूरी नहीं कर सका है. इससे इन शिक्षकों का वेतन रुका हुआ है. विभागीय अधिकारियों ने पैन कार्ड जांच की गेंद आयकर विभाग के पाले में डाल कर अपना पल्ला झाड़ लिया है.
पैन कार्ड में मिली थीं गड़बड़ियां
चर्चा है कि जांच के दौरान तीन ऐसे शिक्षक पाए गए, जिनके पैन कार्ड लोक निर्माण विभाग कानपुर कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी और एग्रो फूड कॉर्पोरेशन लिमिटेड में काम करने वाले व्यक्ति के पैन कार्ड से मिलते हैं. एक नौकरी के दौरान दो-दो पैन कार्ड का इस्तेमाल किया है. इसी के चलते कार्यालय में बाबू और विभागीय अधिकारी जांच को लटकाए हैं. इस संबंध में भी लालजी यादव ने बताया जिन शिक्षकों की जांच बाकी है, उनकी सूची एडीएम के निर्देश पर जांच के लिए आयकर विभाग को भेजी गई है. अभी वहां से जांच आख्या नहीं आई है.