बलिया: लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण का मतदान 19 मई को है. जिसमें पूर्वांचल के अंतिम जिला बलिया में भी मतदान होना है. बलिया संसदीय सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के परिवार का कब्जा रहा है लेकिन इस बार चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर का भी टिकट बलिया से कट गया है. ऐसे जिले के लोग विकास को मुद्दा बनाते हैं या फिर जातिगत समीकरण यहां पर भारी पड़ेगा. इन्हीं मुद्दों को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने स्थानीय लोगों से क्षेत्र के विकास और स्थानीय मुद्दों पर बातचीत की.
जानिए! क्या है इस बार बलिया के वोटरों का मूड
जिले की संसदीय सीट पर मतदान अंतिम चरण में 19 मई को होना है. इसी को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने जनता से बात की और जाना कि इस बार जनता का मूड क्या है और वह किसको जीत का ताज पहनाने जा रही है.
क्या है बलिया के वोटरों का मूड
आइए जानते हैं मतदान को लेकर बलिया के लोगों का मूड
- लोकसभा क्षेत्र बलिया में जिले के तीन विधानसभा शामिल हैं, इसके अलावा गाजीपुर जिले की दो विधानसभा भी बलिया परिसीमन में आते हैं.
- बलिया में सीधे तौर पर भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त के सामने गठबंधन प्रत्याशी और समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सानातन पाण्डेय के बीच लड़ाई देखी जा रही है.
- जिले के लोगों में चुनाव को लेकर अलग-अलग मत है, कोई इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच साल के कार्यकाल को प्रभावशाली बताता है.
- कोई सांसद के गोद लिए आदर्श गांव की बदहाली को दिखाने की बात करता है.
- जब ईटीवी भारत संवाददाता ने स्थानीय विमलेश सिंह से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि इस बार पूरा बलिया मोदीमय है. जैसा माहौल 2014 में था इस बार भी वैसा ही है.
- वहीं स्थानीय निवासी जाकिर हुसैन की मानें तो पिछले पांच सालों में बलिया में बेरोजगारी बढ़ी है.
- तो वहीं कुछ का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जो वादे थे वह पूरे नहीं हुए.
- सांसद के गोद लिए गांव में जाकर विकास देखा जाए तो जनता खुद ही वोट नहीं देगीं.
- गठबंधन यूपी में किया गया है और संगठन से मजबूती बढ़ती है. गठबंधन की अच्छी सीटें आएंगी.
- वहीं स्थानीय निवासी अनिल कुमार ने कहा कि गठबंधन ने नीरज शेखर का टिकट काटकर बहुत गलत किया है, बीच में अंबिका चौधरी का भी नाम आ रहा था, लेकिन उनको भी टिकट नहीं दिया.
- तो वहीं कुछ का मानना है कि गठबंधन प्रत्याशी सनातन पाण्डेय का जिले में कोई जनाधार नहीं है.
- बीजेपी यहां पर एकतरफा जीत की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है और पीएम नरेंद्र मोदी के विकास को देखकर जिले की जनता इस बार मोदी जी के साथ है.