वाराणसी :चंदौली, गाजीपुर और मऊ में मतगणना से पहले ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखी गई हैं, लेकिन उन स्थानों पर नई ईवीएम के साथ कुछ गाड़ियों के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद पूर्वांचल में अचानक से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई.
ईटीवी भारत से बातचीत करते डॉक्टर पीयूष यादव, सपा जिलाध्यक्ष. क्या है मामला
- सोमवार देर रात वाराणसी में ईवीएम को लेकर स्ट्रांग रूम के बाहर पहुंची गाड़ियों के कारण विवाद पैदा हो गया.
- समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और रालोद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए.
- कार्यकर्ता ईवीएम की चौकीदारी करने में लग गए हैं.
- पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया.
क्या कहते हैं समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष पीयूष
- उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को फिलहाल शांत रहने को कहा है.
- उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि कोई भी ईवीएम बाहर से अंदर आती है तो चीजें हाथ से निकल जाएंगी.
- सपा जिला अध्यक्ष के अनुसार ट्रेनिंग के लिए लाई गई ईवीएम को अंदर रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
- प्रशासन का कहना है कि यह वहीं ईवीएम हैं जो ट्रेनिंग के लिए बूथ पर भेजी गई थी, अब इन्हें वापस लाया जा रहा है.
सपा जिला अध्यक्ष के आरोप
- सपा जिला अध्यक्ष पीयूष यादव ने बताया कि चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दी गई है.
- सातवें चरण में कई जगहों पर धांधली के मामले सामने आने की बात कही गई है.
- अजगरा विधानसभा में पैसे देकर ग्रामीण मतदाताओं के हाथ पर स्याही लगाने का मामला सामने आया था.
- बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के बारे में भी चुनाव आयोग को सूचित किया है.
- कई जगहों पर ईवीएम खराब होने के कारण उनको बदलने की बात कही गई थी.
- पीयूष यादव का कहना है कि अगर लंबी लाइनों के बाद ईवीएम खराब हो जाती है और मतदाताओं को रोककर ईवीएम बदल दी जाती है तो इससे व्यवस्था से भरोसा उठ जाएगा.