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बूढ़ी मां को सड़क पर छोड़ भाग गया बेटा, पुलिस ने की मदद

मेरठ में एक बेटा अपनी मां को सड़क पर अकेला छोड़कर भाग गया. बुजुर्ग महिला को परेशान देखकर पुलिस ने उसके बेटे को फोनकर, बूढ़ी मां को ले जाने के लिए कहा. लेकिन बेटा नहीं आया, जिसके बाद पुलिस बेटे के घर पहुंच गई.

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Published : May 26, 2021, 9:13 PM IST

मेरठ: मंगलवार की रात में एक युवक अपनी बुजुर्ग मां को सड़क पर अकेला छोड़कर भाग गया. कोरोना संकट में पुलिस को बुजुर्ग महिला सोहराब गेट बस अड्डे पर भटकती हुई मिली. उसने पुलिस को बताया कि उसका बेटा घर से संभल ले जाने के लिए उसे लेकर आया था और सड़क पर छोड़कर भाग गया. पुलिस ने कुछ ही घन्टों में महिला के बेटे को ढूंढ निकाला. पुलिस ने बेटे को बुलाकर न सिर्फ जमकर लताड़ लगाई, बल्कि पुलिस जीप में बिठाकर बुजुर्ग महिला को उसके घर तक पहुंचाया. थाना प्रभारी प्रेमचंद शर्मा ने आरोपी बेटे को नसीहत देते हुए कहा कि हर रोज वह अपनी मां के साथ सेल्फी लेकर व्हाट्सएप करेगा. अगर उसकी मां को किसी तरह की परेशानी हुई तो पुलिस की ओर से बहु-बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.

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बहाने से मां को छोड़ गया बेटा

जनपद संभल के गांव ढवारसी निवासी ओम प्रकाश सक्सेना सेल-टैक्स विभाग में क्लर्क थे. उनका बेटा मनोज सक्सेना भी मेरठ में नौकरी करता है. बूढ़ी मां सत्यवती देवी अपने बेटे के पास रहती थी. पति की मौत के बाद सत्यवती देवी को पेंशन मिल रही है. बावजूद इसके बेटे मनोज कुमार सक्सेना को मां बोझ लगने लगी थी. जानकारी के मुताबिक मंगलवार की दोपहर को मनोज अपनी मां सत्यवती को संभल के लिए लेकर चला था, और थाना नौचन्दी इलाके के सोहराब गेट बस अड्डे पर लावारिस हालत में छोड़ कर चला गया. रोडवेज कर्मियों ने बुजुर्ग महिला के लावारिश मिलने की सूचना पुलिस को दी, तो पुलिस ने आनन-फानन में मौके पर पहुंचकर सत्यवती से पूछताछ की, लेकिन बुजुर्ग सत्यवती ज्यादा कुछ नहीं बता पाई.

पुलिस की सूझबूझ से पहुंची घर

बूढ़ी मां ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिस बेटे को वो बुढ़ापे की लाठी समझती रहीं, वही बेटा एक दिन उनको सड़क पर लावारिश छोड़कर भाग जाएगा. जिसे बचपन में चलना सिखाया, जवानी में पढ़ाया लिखाया, उसी को वह बोझ लगने लगेंगी. संभल निवासी सत्यवती के साथ ऐसा ही हुआ है. लेकिन पुलिस को सत्यवती देवी के पास से कोरोना वैक्सीन लगाए जाने का एक कार्ड मिला. वैक्सीनेशन कार्ड पर उनका नाम, आयु, शास्त्रीनगर इलाके का पता और बेटे का मोबाइल नंबर लिखा हुआ था. जिसके बाद पुलिस ने बेटे से संपर्क कर मौके पर आने को कहा, लेकिन मनोज मां को ले जाने की बजाए फोन बंद करके चैन की नींद सो गया.

पुलिस ने रात में ही आरोपी बेटे को ढूंढ निकाला

थाना प्रभारी प्रेमचंद शर्मा ने बताया कि वैक्सीनेशन कार्ड पर लिखे हुए पते बी-19 रामापुरम शास्त्रीनगर में पुलिस कर्मी भेजने पड़े. मनोज इस पते पर पहले किराए पर रहता था. यहां के मकान मालिक ने रात में पुलिस के साथ अपने बेटे को भेजकर मनोज के प्रवेश विहार स्थित मकान का पता बताया. जहां से पुलिस ने मनोज सक्सेना को घर पर ही पकड़ लिया. पुलिस ने रात में आरोपी बेटे मनोज कुमार को जमकर खरी खोटी सुनाई और भविष्य में मां के साथ ऐसा बर्ताव नहीं करने की नसीहत देते हुए, पुलिस जीप से बूढ़ी मां सत्यवती के साथ घर छोड़ दिया.

हिदायत देकर घर भेजी गई बूढ़ी मां

एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बतााया कि मंगलवार की रात में थाना नौचंदी पुलिस को एक बुजुर्ग महिला लावारिस मिली थी. जानकारी करने पर पता चला कि उसका बेटा उसको बहाने से छोड़ कर घर चला गया है. पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद महिला के बेटे को ढूंढ निकाला. पुलिस की पूछताछ में आरोपी बेटे ने मां को लावारिस छोड़ने का गुनाह कबूल किया है. बेटे को चेतावनी देकर बूढ़ी मां को घर भिजवा दिया गया है. साथ ही बेटे मनोज को हिदायत दी है कि यदि मां को परेशान किया और उन्होंने शिकायत की, तो बेटे-बहू पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा.

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