लखनऊ: वसीम रिजवी ने एक फिर देश में चल रहे प्राइमरी मदरसों पर विवादित बयान दिया है. शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने देश में चल रहे मदरसों को बन्द करने की मांग उठा दी है.
वसीम रिजवी ने फिर उठाई प्राइमरी मदरसों को बंद किए जाने की मांग - उत्तर प्रदेश समाचार
अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने एक बार फिर से देश मे चल रहे मदरसों पर अपना बयान जारी कर उनको बन्द करने की मांग उठा दी है.
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वसीम रिजवी.
वसीम रिजवी ने प्राइमरी मदरसों पर दिया बयान.
वसीम रिजवी का कहना है कि-
- हिंदुस्तान में 350 साल मुगलों की हुकूमत और आजादी के बाद 60 साल कांग्रेस की हुकूमत ने कट्टरपंथी मौलानाओं को इतना मजबूत कर दिया है कि कोई मुसलमान अगर आज राष्ट्रहित में मुद्दा उठता है तो उसको इस्लाम से बाहर करने का फतवा आ जाता है.
- रिजवी का कहना कि आसाराम बापू जैसे लोग जेल जा सकते हैं, लेकिन मुस्लिम मुल्ला कुकर्म करने के बाद भी देश में सुरक्षित है.
- रिजवी का मानना है कि प्राइमरी मदरसों में मुस्लिम छोटे बच्चों को आईएसआईएस की मानसिकता पढ़ाई जा रही है.
- इसके चलते उनके द्वारा भारत सरकार को इन मदरसों को बंद किए जाने का एक प्रस्ताव विचाराधीन है.
- वसीम रिजवी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वह सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे.
रिजवी देश में चल रहे प्राइमरी मदरसों पर इससे पहले भी कई बार बयान दे चुकें है. यही नहीं रिजवी ने मदरसों को बंद किये जाने को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय से लेकर पीएम मोदी तक को पत्र लिखा था. हालांकि पत्र प्राप्त होने के जवाब के अलावा कोई और जवाब नहीं आया.