जौनपुर:लोकसभा चुनाव 2019 के लिए जौनपुर जिले में 3455 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं . इन सभी पोलिंग बूथों को बनाने से पहले जिला प्रशासन ने इनकी जांच भी की. अब इन पोलिंग बूथों पर बिजली पानी और शौचालय की व्यवस्था को दुरुस्त करने में प्रशासन जुटा हुआ है. लेकिन जिले का एक ऐसा पोलिंग बूथ है, जो पूरी तरह से खतरनाक हालत में है. इस जर्जर विद्यालय को पोलिंग बूथ बनाए जाने से तो यही लगता है कि जिला प्रशासन को मतदाताओं की जान की कोई फिक्र ही नहीं है. विद्यालय की छत का काफी हिस्सा टूट कर गिर चुका है.
जौनपुर: जिला प्रशासन ने बनाया जर्जर विद्यालय को पोलिंग बूथ, मतदाताओं की जान की नहीं है फिक्र
लोकसभा चुनाव के लिए जौनपुर में जिला प्रशासन ने 3455 पोलिंग बूथों का निर्धारण किया है. जिले के कई जर्जर स्कूलों को बिना जांच किए प्रशासन ने पोलिंग बूथ बना दिया है.
जिला प्रशासन द्वारा इस स्कूल को पोलिंग बूथ बनाए जाने पर बड़े सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस जर्जर स्कूल के कमरों में बच्चे भी नहीं पढ़ते हैं. लेकिन इन कमरों में जिला प्रशासन ने मतदान कराने का फैसला लिया है, जिसको लेकर यही कहा जा रहा है कि प्रशासन को मतदाताओं की जान की कोई फिक्र नहीं है.
जौनपुर के उप जिलाधिकारी मंगलेश दुबे ने बताया की पोलिंग बूथ बनाए जाने से पहले विद्यालय का निरीक्षण किया गया था. इस तरह की जानकारी उस वक्त नहीं मिली थी. अब मामला संज्ञान में आने के बाद इसकी मरम्मत कराई जाएगी. अगर हालत सही नहीं हुई तो, पोलिंग बूथ बदलने का फैसला लिया जाएगा.