लखनऊ: बुधवार की रात नगराम थाना क्षेत्र के पटवा खेड़ा गांव की इंदिरा नहर में हुए हादसे में 7 बच्चे लापता हो गए थे, जिसके बाद से ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और 32 बटालियन पीएसी द्वारा सर्च अभियान चलाया गया. करीब 36 घंटे में सर्च ऑपरेशन पूरा कर लिया गया. सभी शवों को नहर से निकाल लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
इंदिरा नहर हादसा: 36 घंटे बाद बंद हुआ सर्च ऑपरेशन
इंदिरा नहर में हुए हादसे में 7 लापता बच्चों के शवों को करीब 36 घंटे चले सर्च अभियान के बाद नहर से निकाल लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
शादी समारोह से लौट रही पिकअप गाड़ी नहर में गिर गई थी. इसमें 29 लोगसवारथे.22 लोग स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से सकुशल निकाल लिए गए थे, लेकिन 7 बच्चे नहर में डूब गए थे. मोर्चा संभालते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और 32 बटालियन पीएसी के जवानों ने सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.
- बुधवार की रात नगराम थाना क्षेत्र के पटवा खेड़ा गांव की इंदिरा नहर में हुए हादसे में 7 बच्चे लापता हो गए थे.
- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और 32 बटालियन पीएसी ने सर्च अभियान चलाया. इसे करीब 36 घंटे बाद पूरा कर लिया गया.
- 36 घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन में गुरुवार को 5 बच्चों के शव निकाले गए थे, वहीं शुक्रवार को दो शवों को निकाला गया.
- नहर में डूबे सातों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. साथ ही सर्च अभियान बंद कर दिया गया है.
- 36 घंटे तक चले इस सर्च अभियान में सभी तरीके के अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था.
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट नीरज ने बताया कि सर्च अभियान में सभी तरीके के अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था. वही रात में आस्क लाइट का भी इस्तेमाल किया गया था, ताकि सर्च अभियान में किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न न हो.