मेरठ: जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए हड़ताल का ऐलान कर दिया है. हड़ताल में शामिल स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट में गुरुवार को धरना भी दिया. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आंदोलनरत कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे.
मेरठ में हड़ताल पर गए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी - मेरठ कोरोना के मामले
मेरठ में एक तरह जहां लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं जिले में तैनात संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है. इन कर्मचारियों ने प्रशासन पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
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यह है पूरा मामला
जिले के 26 पीएचसी पर दो सौ से ज्यादा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं. एक ओर उनसे डबल ड्यूटी कराई जाती है, दूसरी ओर जरा सी देरी होने पर उनकी अनुपस्थिति लगा दी जाती है. यदि कोई कर्मचारी इस व्यवस्था का विरोध करता है, तो उसे काम से हटाने की धमकी दी जाती है. हड़ताल पर गए स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा और समान वेतन की मांग उठाई है.