वाराणसी: वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से बहुत सी दिक्कतों का सामना जनता को करना पड़ रहा है. इन सबके बीच केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए बीजेपी इन दिनों पीएम मोदी का पत्र घर-घर जाकर लोगों को बांट रही है. इन सबके बीच समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिले में अनोखे तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया. प्रधानमंत्री की तरफ से बांटे जा रहे पत्र के प्रतिउत्तर में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर जनता की समस्याओं से जुड़े हुए पत्र इकट्ठा किए. इसमें बच्चों की स्कूल फीस माफी से लेकर बिजली बिल, पानी बिल और गृह कर्जमाफी की मांग जनता की तरफ से की गई.
वाराणसी: पीएम मोदी के खत के जवाब में सपा कार्यकर्ताओं ने जुटाए जनता की समस्याओं के खत - बीजेपी का जनसम्पर्क अभियान
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिराने के लिए घर-घर पत्र बांटे जा रहे हैं .इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने विरोध का एक अनोखा तरीका अपनाया है. सपा कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के लोगों की समस्याओं से जुड़े हुए पत्र इकट्ठा किए हैं.
दरअसल बीते कई दिनों से पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 3 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा जनता के बीच पहुंचाने के लिए पीएम मोदी के पत्र का सहारा बीजेपी ले रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों के बीच कार्यकर्ता पहुंचकर प्रधानमंत्री की तरफ से यह पत्र दिए जाने की बात कह रहे हैं. यही वजह है कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहर के कई इलाकों में घूम-घूम कर लोगों से पत्र इकट्ठा किए और पीएम मोदी के पत्र का जवाब जनता की तरफ से लिखे गए पत्र के रूप में दिया.
सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि आज के दौर में जनता सबसे ज्यादा परेशान है. मिडिल क्लास फैमिली की हालत खराब है. इसलिए अपने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी के पत्र का जवाब लोग दे रहे हैं और उनसे मांग कर रहे हैं कि उन्हें स्कूल फीस, गृह कर, बिजली बिल में रियायत दी जाए, जिससे उनकी 3 महीने से न हुई आमदनी के बाद उन्हें घर चलाने में आसानी हो सके. वहीं बच्चों ने भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर अपने पिता की इनकम न होने की वजह से सरकार से फीस माफी की अपील की. समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जनता की तरफ से दिए गए मांग पत्र को स्पीड पोस्ट किया जा रहा है, प्रधानमंत्री तक भी पहुंचाया जाएगा.