गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग ने नक्षत्र विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में पारंगत करने के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है. इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रो फिजिक्सएयूसीएए अर्थात आयुका ने विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में इस सेंटर को स्थापित करने का फैसला किया है. जिसका संचालन प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी की देखरेख में होगा. नक्षत्र विज्ञान के क्षेत्र में प्रोफेशर शांतनु की ख्याति राष्ट्रीय स्तर की है. जिनके नेतृत्व में इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा. यह सेंटर नक्षत्र विज्ञान में शोध को तो बढ़ावा देगा साथ ही स्कूलों तक पहुंच कर भी बच्चों के मन में ऊपर जाने वाले सवालों का भी समाधान करेगा.
आयुका की ओर से विश्वविद्यालय सेंटर केप्रोफेसर रस्तोगी को जो पत्र भेजा गया है, उसके मुताबिक यह सेंटर 1 अप्रैल 2019 से कार्य करना शुरू कर देगा. यह सेंटर लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज और पश्चिमी बिहार में भी विकसित किया जाएगा. जिसका दायरा समूचापूर्वी उत्तर प्रदेश औरपश्चिम बिहार होगा. इसकी गतिविधियां सेंटर के अलावा उन स्कूलों में भी संचालित की जाएंगी जिनकी तरफ से प्रस्ताव आएगा. प्रोफेसर शांतनु की मानें तो यह उपलब्धि एक राष्ट्रीय संस्था ने विश्वविद्यालय को दिया है. जिसके माध्यम से खगोल विज्ञान की दुनिया में नित नए हो रहे परिवर्तन पर शोधार्थी अपने शोध को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि बच्चों में पैदा होने वाली जिज्ञासा का भी यह सेंटर समाधान करेगा.