मथुरा : देश के दो बड़े चौधरी घरानों का करीब तीस साल पुरानी राजनैतिक मतभेद खत्म होने वाला है. चौधरी चरण सिंह और चौधरी देवीलाल की चौथी पीढ़ी का दौर है. देवी लाल के परपोते दुष्यंत चौटाला और चौधरी चरण सिंह की चौथी पीढ़ी के जयंत चौधरी एक साथ चुनावी मैदान में एक दूसरे का समर्थन करते नजर आ रहे हैं.
बताया जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला के राजनीति में कदम रखते ही जयंत के साथ नजदीकियां बढ़ने लगी थीं. जयंत और दुष्यंत दोनों राजनीतिक घरानों को अब एक मंच पर लाने की कोशिश भी कर रहे हैं. यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार दोनों नेता एक ही मंच पर दिखाई दे रहे हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि यही नजारा हरियाणा में भी देखने को मिलेगा.
इस वजह से रिश्तों में आ गई थी खटास
पिछले 30 साल पहले चौधरी चरण सिंह और चौधरी देवीलाल के परिवारों के बीच अच्छे संबंध थे. सत्तर के दशक में दोनों नेताओं ने मिलकर मोरारजी देसाई की सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया था, लेकिन कहा यह भी जाता है कि जैसे ही चौधरी चरण सिंह राजनीति में ऊपर पहुंचने लगे. उन्होंने देवीलाल के परिवार की अनदेखी करनी शुरू कर दी. इसके बाद से इन दोनों परिवारों के रिश्तों में खटास आनी शुरु हो गई.