लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के ड्राइवर-कंडक्टर थोड़े से पैसों के लालच में यात्रियों की जान से खेलने में कोताही नहीं कर रहे हैं और सिलेंडर जैसी घातक चीज को बस के अंदर रख लेते हैं. ऐसा ही एक मामला राजधानी के कैसरबाग बस स्टेशन पर बहराइच डिपो की बस में देखने को मिला है. जहां एक सवारी का सिलेंडर ड्राइवर-कंडक्टर की रजामंदी से बस में रखा जा रहा था. लेकिन समय रहते इसकी जानकारी रोडवेज अधिकारियों को हो गई तो सिलेंडर को बस से उतरवाया गया.
जानिए क्या है पूरा मामला
- रोजवेज बसो में गैस सिलेंडरके लीक होने के चलते पहले कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं और कई यात्री जान भी गंवा चुके हैं.
- रोडवेज प्रशासन ने बसों के अंदर गैस सिलेंडर, मिट्टी का तेल, पेट्रोल, मोमबत्ती, सरसों का तेल, घी, पटाखे आदि ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रखा है और इसके लिए सख्त निर्देश भी जारी कर रखे हैं.
- अगर कोई ड्राइवर कंडक्टर ऐसा करते हुए पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- निगम प्रशासन के नियमों को दरकिनार कर और बिना किसी डर के रोडवेज के ड्राइवर- कंडक्टर अब भी बसों में जानलेवा सामान रख रहे हैं.
- कैसरबाग बस स्टेशन पर बहराइच डिपो की बस यूपी नम्बर 40 टी 2674 के ड्राइवर ने कंडक्टर के साथ मिलकर एक गैस सिलेंडर को बस के अंदर रखवा लिया और बस में 45 से 50 सवारियां बैठी हुई थी.
- जब 'ईटीवी भारत' ने इस घटना को अपने कैमरे में कैद किया और अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया तो कैसरबाग बस स्टेशन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
- तत्काल मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने गैस सिलेंडर को बस से नीचे उतरवाया.
- वहीं जब इसकी जानकारी देवीपाटन मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रभाकर मिश्रा को दी गई तो उन्होंने बस के बहराइच पहुंचते ही ड्राइवर-कंडक्टर को रूट ऑफ कर दिया और मामले की जांच भी शुरू की गई.