बलरामपुर: प्रदेश में महंगी बिजली दरों को लेकर कोहराम मचा हुआ है. हर वर्ग के उपभोक्ता बढ़ाई जाने वाली बिजली दरों का विरोध कर रहे हैं. बिजली दरों में बढोत्तरी होने से लोग अपने बजट को प्रभावित होता देख रहे हैं. इस वजह से सभी वर्गों का बजट भी प्रभावित होता दिख रहा है. लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने सभी श्रेणियों में बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दे दिया है.
बढ़ी बिजली दरों में होने वाली बढ़ोत्तरी पर बलरामपुर के लोगों की राय. पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट के द्वारा विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार-
- बीपीएल परिवारों को तीन रुपयो में सौ यूनिट की जगह अब केवल 50 यूनिट ही मिलेगा.
- ग्रामीण क्षेत्रों में अनमीटर्ड उपभोक्ताओं की दर 500 रुपये प्रति किलोवाट करने की योजना बनाई गई है.
- आम घरेलू व बीपीएल परिवारों का फिक्स चार्ज भी बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है.
- निजी नलकूप से 150 की जगह अब 170 रुपये बीएचपी शुल्क वसूलने की योजना बनाई जा रही है.
- बीपीएल श्रेणी के घरेलू उपभोक्ताओं का 50 रुपये से बढ़ाकर 75 रुपये करने का प्रस्ताव भेजा है.
बलरामपुर के टेढ़ी की रहने वाली गृहणी विजय लक्ष्मी ने बताया कि-
- बढ़ी बिजली दरों के कारण अब हमारे जेब पर भी प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने बताया कि जो बिजली दर हम 500 से 700 रुपये देते थे, अब वह हमें हजार रुपये तक देना होगा.
- इसके कारण कहीं न कहीं हमारे घर का बजट बिगड़ेगा. उन्होने कहा कि इस बढ़ोत्तरी को सरकार को वापस लेना चाहिए.
सोनार गांव के रहने वाले किसान राजेश कुमार ने बताया कि-
- बढ़ी बिजली दरों के कारण कहीं न कहीं किसानों के खेती की लागत बढ़ जाएगी.
- अभी हम 500 से 700 रुपये बिजली दर के रूप में जमा करते हैं, जबकि नई दरें लागू होने के बाद तकरीबन बढ़कर 1200 रुपये हो जाएंगे.
- इसके कारण हमें 5 हजार से 6 हजार रुपये प्रतिवर्ष अधिक देना होगा. उन्होंने हम किसानों को खेती में करने में घटा होगा.
पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट ने विद्युत नियामक आयोग को बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रख दिया है. इसमें प्रति यूनिट चार्ज के साथ-साथ सर चार्ज को बढ़ाने की योजना है. जब से नई दरें लागू होंगी तब से विद्युत उपभोक्ताओं को नई दरों के हिसाब से बिजली बिल देना होगा.
-ललित कुमार, अधीक्षण अभियंता