भदोही: लोकसभा चुनाव से 20 दिन पहले बीजेपी ने जब भदोही लोकसभा सीट पर एक प्रत्याशी का नाम घोषित किया था जो कि कुछ दिनों पहले ही बहुजन समाज पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए थे. लोग तब से यह कयास लगा रहे थे कि बीजेपी ने एक बाहरी प्रत्याशी और ब्राह्मण बाहुल्य लोकसभा सीट पर बिंद बिरादरी को टिकट देकर गलती की है, लेकिन नतीजा इसका उलट रहा. बीजेपी के रमेश चंद बिंद 43,615 वोटों से जीत कर संसद पहुंच गए. उनके चुनाव जीतने के पीछे प्रमुख वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुनामी रही. इसके अलावा भी कई सारी वजह रहीं, जिसके कारण बीजेपी को यहां जीत मिली.
भदोही में 43615 मतों से जीते भाजपा प्रत्याशी रमेश बिंद
- यह क्षेत्र ब्राह्मणों का गढ़ माना जाता है और यह विजय मिश्रा का भी वोट बैंक है.
- ब्राह्मणों की नाराजगी के बावजूद ज्ञानपुर विधानसभा सीट से रमेश चंद 27000 वोटों से आगे निकले तभी उनकी जीत लगभग तय हो चुकी थी.
- रमेश चंद बिंद का 43,615 वोटों से जीतने में बाहुबली निर्दल विधायक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
- इसके अलावा भी कई ऐसे फैक्टर थे, जो रमेश चंद्र बिंदु को भदोही लोकसभा सीट से जिताने में कारगर साबित हुए.
- भदोही लोकसभा सीट में बिंदु वोटरों की संख्या लगभग 3.30 लाख है.
- बिंदु प्रत्याशी को मैदान में उतारकर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला था.
- हर बूथ पर लगभग 12 भाजपा के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी भी चुनाव जीतने में अहम रही.
- विजय मिश्रा लगातार चार बार से भदोही जिले के ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
- उज्जवला योजना, आवास योजना, किसान सम्मान निधि और शौचालय बनवाने की योजनाएं भी एक नए नवेले प्रत्याशी को जिताने में महत्वपूर्ण रहीं.
भदोही का इतिहास