गोरखपुर: रमजान का पाक महीना चल रहा है. लोग अल्लाह की इबादत के लिए रोजा रख रहे हैं. इस महीने में रोजेदार जमकर खरीदारी कर रहे हैं. नमाज के दौरान पहनने के लिए टोपियों की भी खरीद की जा रही है. बाजार में नमाजी टोपियों की मांग भी बढ़ गई है.
बाजार में बढ़ी टोपियों की मांग. ग्राहकों से गुलजार नमाजी टोपियों का बाजार
- गोरखपुर में नमाजी टोपियों की मांग को देखते हुए स्थाई दुकानें सज गई हैं. साथ ही अस्थाई दुकानदारों ने सड़क पर डेरा जमा लिया है.
- शहर के रेती, शाहमरूफ़, घंटाघर, जाफरा बाजार, गोरखनाथ रसूलपुर, नखास आदि क्षेत्रों में टोपियों की अनगिनत दुकानें लगी हैं.
- बाजार में 5 रुपये से 5 हजार रुपये तक की टोपियां मौजूद हैं, लोग अपनी जेब के हिसाब से अपने शौक पूरा कर रहे हैं.
- ईद करीब होने के चलते बड़ी संख्या में ग्राहक आ रहे हैं.
विदेशी टोपियां बनी पहली पंसद
- बाजार में दो दर्जन से ज्यादा किस्म की टोपियां मौजूद हैं. इनमें रामपुरी, भागलपुरी, कश्मीरी, भटकल, अजमेरी और बरकाती टोपियां प्रमुख हैं.
- इसके अलावा विदेशी टोपियों की भी भारी मांग है.
- मंहगी होने के बावजूद बांग्लादेशी, तुर्की, पाकिस्तानी एवं इंडोनेशियन टोपियां लोगों को लुभा रही हैं.
बाजार में तरह-तरह की टोपियां आई हैं, जिनमें सबसे ज्यादा विदेशी टोपियां अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं. मैंने इंडोनेशियन और तुर्की टोपियां खरीदी हैं, यह पहनने में काफी आरामदायक है और इसका कपड़ा भी काफी अच्छा है. इसके साथ ही देखने में भी काफी खूबसूरत है.
- मोहम्मद इरशाद, खरीददार
रमजान के महीने में टोपी की जबरदस्त डिमांड होती है. देशी टोपियों के अलावा विदेशी टोपियों को भी रोजेदार काफी पसंद करते हैं. हमारे यहां रामपुरी टोपी, भागलपुरी टोपी, चाइनीज टोपी, इंडोनेशियन टोपी, बरकाती टोपी, तुर्की टोपी और पाकिस्तानी टोपी के अलावा कई और टोपियां मौजूद हैं. इनमें बरकाती टोपी और इंडोनेशियन टोपी काफी महंगी होती है, जिनकी कीमत 500 रुपये से शुरूआत होती है.
- अख्तर भाई, टोपी विक्रेता