लखनऊ: जैसे-जैसे यूपी विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं. वैसे-वैसे पार्टियां अपनी रणनीति में बदलाव करने में जुट गई हैं. सत्ताधारी दल के साथ ही अन्य विरोधी दलों पर किस तरह मुद्दों को लेकर हावी हुआ जाए और अपनी पार्टी का अच्छे ढंग से प्रस्तुतीकरण हो इसके लिए पार्टियों ने अपने स्तर से बदलाव भी शुरू कर दिए हैं. इसी क्रम में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने सपा की तरह ही सोमवार को सभी प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट की कमेटी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है. अब सपा की ही तरह प्रसपा का कोई भी प्रवक्ता पार्टी का पक्ष रखते हुए टीवी चैनलों की डिबेट पर नजर नहीं आएगा. ना ही कोई भी अखबारों को वर्जन देने के लिए अधिकृत ही होंगे.
लखनऊ: प्रसपा ने भंग की पैनलिस्ट और प्रवक्ताओं की कमेटी
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने अपने सभी प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट की कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. वहीं अब सपा की ही तरह प्रसपा का कोई भी प्रवक्ता पार्टी का पक्ष रखते हुए टीवी चैनलों की डिबेट पर नजर नहीं आएगा.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के निर्देश पर प्रसपा (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने सभी प्रवक्ता व पैनलिस्ट का चयन तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है. आदित्य के मुताबिक यह आदेश राष्ट्रीय अध्यक्ष की स्वीकृति से अभी तक पार्टी द्वारा नामित किए गए सभी प्रवक्ता व पैनलिस्ट पर लागू होता है. उन्होंने सभी टीवी चैनल के साथ ही डिजिटल और समाचार पत्रों के जिम्मेदारों से अनुरोध किया है कि प्रसपा की अगली सूची आने तक पार्टी के किसी भी प्रवक्ता व पैनलिस्ट को पार्टी का पक्ष रखने के लिए किसी भी परिचर्चा में आमंत्रित न किया जाए.
बता दें कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया में पैनलिस्ट और प्रवक्ताओं को मिलाकर कुल संख्या 34 थी. अब पार्टी का कोई भी अधिकृत पैनलिस्ट या प्रवक्ता नहीं रह गया है. ऐसे में समाजवादी पार्टी की तरह ही अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का भी पक्ष रखने के लिए कोई भी प्रवक्ता उपलब्ध नहीं होगा.