लखनऊ: केंद्रीय विश्वविद्यालयों एवं अन्य शैक्षिक संस्थानों में नियुक्ति के लिए आरक्षण कम किए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी हजरतगंज के मुख्य चौराहे पर सड़क पर बैठ गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी, उच्च शिक्षा में नियुक्ति पर आरक्षण का किया विरोध
केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य शिक्षण संस्थानों में नियुक्ति के लिए आरक्षण कम किए जाने को लेकर आज राजधानी के हजरतगंज में जबरदस्त आक्रोश व्यक्त किया गया. हजरतगंज के मुख्य चौराहे को जाम करते हुए प्रदर्शनकारी सड़कों पर बैठ गए और सरकार के विरोध में जबरदस्त नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बीजेपी सरकार लगातार पिछड़ों और दलितों का शोषण कर रही है. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार 200 प्वाइंट वाली आरक्षण व्यवस्था को वापस लागू करे. 13 प्वाइंटस रोस्टर लागू करने का मुख्य मकसद दलितों और पिछड़ों को शिक्षा से दूर करना है.सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासियों का लगातार शोषण किया जा रहा है. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने कहा कि न्यायपालिका और निजी क्षेत्र में रोजगार को लेकर उदासीनता दिखाई जा रही है. सरकार की इस नीति के कारण देश और प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के साथ लगातार यह देखा गया है कि बड़े व्यापारिक घरानों के हाथों में देश के अमूल्य धरोहर और प्रतिष्ठित संस्थानों को गिरवी रखा जा रहा है. मांगों को पूरा नहीं किये जाने पर प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्त विरोध की चेतावनी भी दी है.