फतेहपुर: जहां एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश है कि छुट्टा गोवंशों को गौशालाओं में रखा जाए. वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन सीएम के आदेश की धज्जियां उड़ाता नजर आ रहा है. जिले में आवारा पशु खुलेआम शहर की सड़कों पर घूम रहे हैं. आवारा पशुओं ने सड़कों पर ही अपना निवास बना लिया है.
फतेहपुर: आवारा पशुओं से बढ़ रहा दुर्घटनाओं का खतरा, जिम्मेदार बने लापरवाह - फतेहपुर समाचार
जिले की सड़कों पर आवारा पशुओं के घूमने की समस्या बढ़ती जा रही है. वहीं इस मामले में जब ईटीवी भारत ने जिले की सीडीओ रागिनी सिंह ने बात की तो उन्होंने कहा कि जिले में 19 पशु आश्रय बनाए जा रहें हैं और कुछ दिन बाद आवारा पशुओं को गौशालाओं में संरक्षित कर दिया जाएगा.
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छूटा गौवंश बने परेशानी का सबब, जिम्मेदार बने लापरवाह
अवारा पशु बने परेशानी का सबब.
जिले की सड़कों पर खुलेआम घूमते अवारा पशु
- जिले में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गई है.
- आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या से जहां किसानों के फसल को हानि हो रही है. वहीं सड़क पर जानवरों के अड्डे बन जाने से राहगीरों को चलना मुश्किल हो गया है.
- सड़क पर गोवंश झुंड बनाकर घूम रहें हैं और आये दिन ये राहगीरों और आमजन पर हमला कर रहें हैं.
- जिले में गौशाला बने हैं, लेकिन उनमें न तो उचित व्यवस्था है और न ही सभी आवारा पशुओं को रखने के लिए जगह ही है.
छुट्टा पशुओं की गणना की जा रही है. जिले में 19 पशु आश्रय बनाए जा रहें हैं और आठ बनकर तैयार भी हैं .उसमें लगभग 1500 जानवर रखे गए हैं. उनके लिए चारा और पानी की उचित व्यवस्था की गई है.आने वाले समय में सभी पशुओं को गौशाला में संरक्षित कर दिया जाएगा.
रागिनी सिंह, सीडीओ