जालौन: जिले में खनिज और वाणिज्यकर विभाग के फर्जी कागज बनाकर सीज हुए बालू लदे ओवरलोड ट्रक को छुड़वाने गए एक मोरंग माफिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले का खुलासा तब हुआ जब उक्त शख्स कोतवाली में विभागों में जमा की गई धनराशि की रसीद दिखा रहा था तभी अचानक सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
पुलिस कर्मचारियों ने वह कागज अधिकारी को दिखा दिए, जिसके बाद अधिकारी ने तुरंत वाणिज्य कर विभाग के कागज को फर्जी बता दिया, जिस पर मौके से व्यक्ति को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है.
ओवरलोडिंग के खिलाफ चल रहा अभियान
वाणिज्य कर अधिकारी आर. पटेल ने मीडिया से बात करते हुए बताया ओवरलोड के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत जिले में रोजाना कई ट्रक बंद हो रहे हैं, जिन्हें छुड़ाने के लिए ट्रक मालिकों को तीनों विभाग खनिज परिवहन और वाणिज्य कर विभाग का जुर्माना अदा करना पड़ता है. एक ट्रक को छुड़ाने में लगभग तीनों विभागों से डेढ़ लाख तक जुर्माना पहुंच जाता है, जिसको बचाने के लिए ट्रक मालिक मोरंग माफियाओं के साथ मिलकर फर्जी कागज बनाकर कोतवाली से छुड़ाकर ट्रकों को ले जाते थे.
पुलिस को दी गई थी हिदायत
कोतवाली पुलिस को कागजों की जांच करने के लिए कोई प्रावधान नहीं है. इसके तहत कोतवाली पुलिस हमेशा फर्जी कागजों को असली मानकर ट्रक मालिकों को पूरी कार्रवाई कर रिलीज कर देते थे. इसकी जानकारी वाणिज्य कर विभाग और खनिज विभाग को हुई तो कोतवाली पुलिस को हिदायत दे दी थी कि कागजों की जांच करने के बाद ही ट्रकों को छोड़ा जाए.
आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
कोतवाली उरई में पहुंचे शख्स ने फर्जी कागज बनाकर ट्रकों को छुड़वाने के लिए पेश किए और मौके पर पहुंचे वाणिज्यकर अधिकारी ने कागजों को फर्जी बताकर शख्स पुष्पेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने धोखाधड़ी और सरकारी कार्य के साथ छेड़छाड़ करने के संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया है. इसके अलावा वाणिज्य कर विभाग ने जिले के सभी थानाध्यक्षों को सटर जारी कर दिया है कि गाड़ी छुड़ाने आए कागजों को जांच परखने के बाद ही ट्रकों को रिलीज किया जाए.