मिर्जापुर: सड़क हादसे में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग लगातार जन जागरूकता अभियान चलाता रहता है. प्रथम त्रैमासिक सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जो 22 जून से शुरू होकर 28 जून तक चलेगा. शनिवार को छठवें दिन ऑटो-टेंपो चालकों से लेकर अन्य बड़े वाहन चलाने वाले ड्राइवरों को सेव लाइफ फाउंडेशन की ओर से संभागीय परिवहन कार्यालय में ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है. ड्राइवरों को गाड़ी चलाते समय किन किन बातों का ध्यान देना है, वह ऑनलाइन में विस्तार से बताया जा रहा है, जिससे सड़क हादसों में कमी आए.
मिर्जापुर: सड़क सुरक्षा सप्ताह का 7वां दिन, इनको मिली ये ट्रेनिंग - uttar pradesh transport department
यूपी के मिर्जापुर में 22 से 28 जून तक सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया. पिछले सात दिनों में अभियान के तहत संभागीय परिवहन विभाग की तरफ से लोगों को सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया जा रहा है.
सड़क सुरक्षा सप्ताह के 7 दिन पूरे
सख्त मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद भी ट्रैफिक नियमों का लोग पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे बेपरवाह लोग हादसे के शिकार हो जाते हैं. साथ ही भारी जुर्माना भी भरते हैं. इसी को लेकर परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत लोगों को जागरूक कर रहा है. 22 जून से 28 जून तक सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया है. अलग-अलग दिन अलग-अलग कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक किया जा रहा है. पहले दिन लोगों को जागरूक करने के लिए बैनर पोस्टर स्टीकर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में लगाया गया. दूसरे दिन हेलमेट, सीट बेल्ट के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अभियान चलाए गए. तीसरे दिन स्कूल के छात्र-छात्राओं को तय समय के भीतर सड़क सुरक्षा विषय पर निबंध लेखन कविताएं पेंटिंग की प्रतियोगिता ऑनलाइन कराई गई. पांचवें दिन रोडवेज बस चालकों पर लापरवाही के आरोप लगते हैं, इसको देखते हुए रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर को जागरूक किया गया. छठे दिन ऑटो टेंपो चालकों से लेकर भारी वाहन के ड्राइवरों को परिवहन कार्यालय में ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई. सातवें और अंतिम दिन ओवरलोडिंग सड़क किनारे अवैध पार्क किए गए वाहनों के खिलाफ और अवैध तरह से चल रहे ट्रैक्टर की चेकिंग की जाएगी.
संभागीय परिवहन अधिकारी रविकांत शुक्ला ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत अलग-अलग दिनों में अलग-अलग कार्यक्रम करके लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है, जिससे कम से कम हादसे हों.