लखनऊ:राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के तेजी से अपने पैर पसारने के कारण सरकार ने तमाम अस्पताल के अलावा होटल और रेलवे अस्पताल को भी कोरोना वार्ड में तब्दील कर दिया था. चारबाग में रेलवे का करीब 275 बेड का इंडोर अस्पताल भी कोरोना वार्ड में तब्दील कर दिया गया था. मंगलवार को कई माह बाद फिर से रेलवे अस्पताल में ओपीडी शुरू कर दी गई है.
20 रैक भी तैयार किए गए थे
रेलवे ने कोरोना के लिए लखनऊ को दो अस्पतालों को जिम्मेदारी सौंपी थी. हालात अनियंत्रित होने की दशा में कोविड केयर कोच के 20 रैक को लखनऊ के कैरिज व वैगन वर्कशॉप में तैयार किया गया था, जिससे अस्पताल की कमी होने पर ट्रेनों की बोगियों में रोगियों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा सके.
लखनऊः कई माह बाद रेलवे अस्पताल में शुरू हुई ये सुविधा, इन्हें मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई माह बाद रेलवे अस्पताल में आपोडी शुरू की गई है. कोरोना वार्ड में तब्दील होने के कारण अब तक अस्पताल में ओपीडी शुरू नहीं की गई थी.
एल-2 श्रेणी का कोविड केयर सेंटर बनाया था
रेलवे ने 275 बेड वाले मंडल अस्पताल को एल-2 श्रेणी का कोविड केयर सेंटर बनाया था. इसी वजह से यहां चल रही ओपीडी के साथ पैथालोजी, रेडियोलोजी और पीएमई जैसी यूनिट को बंद करना पड़ा गया था. रेलवे ने डॉक्टरों से परामर्श लेने की ऑनलाइन व्यवस्था के साथ अपनी हेल्थ यूनिट में ओपीडी की सुविधा दी थी. मंगलवार से मंडल रेलवे अस्पताल में रेलवे ने फिर से ओपीडी शुरू कर दी.
मंडल रेल अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विश्व मोहिनी सिन्हा ने बताया कि रेलकर्मियों के साथ ही उनके परिजनों को बेहतर सुविधा देने के लिए मंडल रेल अस्तपाल की ओपीडी शुरू कर दी गई है. अस्पताल में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता है.