लखनऊ : एटीएम की क्लोनिंग, बैंक खातों से पैसों की निकासी और ऑनलाइन फ्रॉड साइबर क्राइम के तहत लगातार हो रहे अपराध अब सामान्य हो चले हैं. इन अपराधों के साथ अब अपराधियों ने साइबर क्राइम को अंजाम देने के लिए एक नया तरीका अपनाया है. अपराधी अब आर्मी मैन के नाम का सहारा भी ले रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजधानी लखनऊ से सामने आया है, जिसमें साइबर क्रिमिनल ने साइबर फ्रॉड को अंजाम देने के लिए आर्मी मैन का सहारा लिया है. आर्मी मैन का सहारा लेते हुए अपराधी ने स्कूटी बेचने के नाम पर 24 हजार रुपये की ठगी को अंजाम दिया है.
ऑनलाइन ठगी : स्कूटी बेचने के नाम पर लगाया 24 हजार का चूना
प्रदेश की राजधानी में ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. दरअसल, स्कूटी बेचने के नाम पर 24 हजार रुपये की ठगी के काम को अंजाम दिया गया है.
जानें पूरा मामला
- राजधानी के त्रिवेणी नगर निवासी अंकित चतुर्वेदी और अमित पांडे को स्कूटी खरीदनी थी.
- उन्होंने एक ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर सर्च किया, जहां उन्हें एक स्कूटी पसंद आई.
- स्कूटी बेचने वाले ने अपना नाम विकास पटेल बताया और अपने आपको आर्मी मैन बताया.
- स्कूटी बेचने वाले ने कहा कि उसका ट्रांसफर हो गया, इसलिए वह स्कूटी बेच रहा है.
- साइबर क्रिमिनल ने अपनी पहचान का सबूत देते हुए भारतीय थल सेना कैंटीन स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड की फोटो उपलब्ध कराई.
- अपराधी ने स्कूटी का एडवांस पैसा अकाउंट में ट्रांसफर करने की बात भी कही.
- अंकित और अमित ने भरोसा कर उसके अकाउंट में 24 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये.
- डिलीवरी के लिए कहा गया तो आरोपी 11 हजार रुपये और देने की बात कह रहा है.
- इसके बाद अंकित चतुर्वेदी और अमित पांडे पुलिस के पास पहुंचे हैं.
- बताया जा रहा है कि अपराधी लंबे समय से आर्मी मैन विकास पटेल के नाम और उनके दस्तावेजों का प्रयोग कर साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम दे रहा है.
- यह भी बताया जा रहा है कि इस घटना से पहले भी अपराधी ने तमाम साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम दिया है और लोगों को हजारों रुपए की चपत लगाई है.
साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. साइबर क्राइम को रोकने के लिए साइबर क्राइम टीम सक्रिय है. साइबर क्राइम लोगों की जागरूकता की कमी के चलते भी होता है ऐसे में लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है. हमारी लोगों से अपील है कि जब वह ऑनलाइन शॉपिंग करें तो सतर्कता बरतें. किसी भी सामान का भुगतान तभी करें जब उस सामान के प्रति निश्चिंत हो जाएं. ऑनलाइन शॉपिंग करते हुए भावनात्मक फैसले न लें.
-एसपी ईस्ट सुरेश कुमार रावत