लखनऊ: राजधानी का 34 साल पुराना चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा रविवार रात 12 बजे से 50 साल के लिए अडानी समूह संभालेगा. लखनऊ एयरपोर्ट का निर्माण खास तौर पर उद्योगपतियों और सरकार के इस्तेमाल के लिए सन 1986 में कराया गया था.
एयरपोर्ट को 17 जुलाई 2008 को यात्रियों के लिए विकसित किया गया. मई 2012 में लखनऊ एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट दर्जा मिला. मौजूदा समय में 160 से अधिक विमानों का संचालन चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर होता है.
एयर ट्रैफिक कंट्रोल व सुरक्षा का जिम्मा पहले की भांति एटीसी और केंद्रीय औद्योगिक बल पर ही रहेगा. तीन साल तक अडानी ग्रुप एयरपोर्ट प्रशासन के साथ काम करेगा. यहां से साल भर में करीब 55 लाख यात्री सफर करते हैं.
अडानी ग्रुप में कर्मचारियों की नियुक्ति शुरू की
लखनऊ एयरपोर्ट के पूर्व डायरेक्टर एससी होता को अडानी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का सीईओ नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही अभिषेक कुमार को एचआर व अभिषेक जयसवाल को पीआरओ नियुक्त किया गया है.
लखनऊ एयरपोर्ट को लाइटों से सजाया गया
अडानी ग्रुप पिछले सप्ताह भर से एयरपोर्ट की साफ-सफाई व मरम्मत के कार्य में लगा हुआ है. एयरपोर्ट को लाइटों से सजाया गया है. अडानी ग्रुप ने सबसे बड़ी बोली लगाकर लखनऊ एयरपोर्ट को लीज पर लिया है. लॉकडाउन के कारण अडानी ग्रुप एयरपोर्ट पर संचालन शुरू नहीं कर सका था. अब दो नवंबर को अडानी ग्रुप एयरपोर्ट का संचालन अपने हाथ में लेने जा रहा है.