गोंडा : जिले में गर्मी के मौसम में किसानों पर आफत के बादल मंडरा रहे है. फसलों को जहां इस समय पानी की जरूरत सबसे ज्यादा होती है. वहीं सरयू नहरों में पानी का नामोनिशान तक नहीं है. ऐसे में जिले के किसानों को कुछ नहीं सूझ रहा है. गर्मियों के मौसम में नहरें एक बार फिर किसानों को धोखा दे गई. इससे किसानों की जायद की फसल सूख रही है.
पानी न मिलने के चलते किसानों का बुरा हाल
- गोंडा जिले के नहरों में पानी न आने से किसानों की मुसीबतें बढ़ गई हैं.
- सिंचाई विभाग ही हर खेतों को पानी पहुंचाने की योजना को पलीता लग रहा है.
- सिंचाई विभाग के जिम्मेदार कुछ बोलने को तैयार नहीं.
- किसान अब अपने निजी संसाधनों के बल बूते किसी तरह अपने खेतों को सींच रहे है.
किसान के मेहनत में सिंचाई विभाग फेर देते है पानी
किसान किसी तरह फसल को तैयार कर लेते है और जब मेहनत को वसूलने के दिन आएंगे तब विभाग नहर में पानी छोड़ देते है. इससे अधिकांश किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती है. किसान जब फसलों के बर्बाद होने की शिकायत करता है तो काफी भाग-दौड़ के बाद बड़ी मुश्किल से जिम्मेदार उसके बर्बाद हुए फसलों का नाम मात्र का मुआवजा दिलवा देते हैं.