पीलीभीत:योगी सरकार भले ही सत्ता में आने के बाद गड्ढा मुक्त सड़कों के लाख वादे करती हो, लेकिन पीलीभीत की नगर पालिका परिषद के कारनामों के आगे योगी सरकार का यह वादा पूरा नहीं होता नजर आ रहा है. यहां के अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक के बाद एक ऐसे कारनामे सामने आ रहे हैं, जहां सड़कें धंस जाती हैं और वाहन उसमें फंस जाते हैं.
अधिकारियों की लापरवाही से सड़क पर गड्डे ही गड्डे - पीलीभीत सड़कों पर गड्डे
पीलीभीत में गड्डों में बनी सड़क आए दिन हादसों को दावत दे रही है. स्टेशन रोड से निकलने वाले वाहन गड्डों में धंस जाते हैं. हादसों के बाद भी अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है.
नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली स्टेशन रोड पर अमृत योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का कार्य हुआ था. पाइपलाइन बिछाने के बाद लंबे समय तक सड़कें अस्त-व्यस्त पड़ी रहीं. सड़कों पर पाइपलाइन बिछाने के लिए किए गए गड्ढों को नहीं भरा गया. जब इस पूरे मामले को लेकर नगर पालिका की फजीहत हुई और अधिकारियों ने जिम्मेदारों की क्लास लगाई, तब गड्ढों को भर दिया गया पर सड़कों को दुरुस्त करने के लिए घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया. इसके चलते एक के बाद एक ऐसे हादसे हो रहे हैं कि सड़क पर चलने वाले वाहन सड़क धंसने से रोड में ही समा जाते हैं.
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रविवार को ईंटों से भरी एक ट्रॉली स्टेशन रोड से होकर गुजर रही थी कि अचानक सड़क धंस गई और ट्रॉली रोड पर फंस गई. ट्रॉली को खाली कर जेसीबी बुलाकर उसको गड्ढे से निकाला गया, लेकिन नगरपालिका के जिम्मेदार ऐसे सड़क हादसों से कोई सबक नहीं लेते नजर आ रहे हैं. सड़क धंसने से हुए हादसे की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी शहर की स्टेशन रोड पर एक वाहन हादसे का शिकार हुआ था. जेसीबी बुलाकर वाहन को निकलवाया गया था. नाकामी छिपाने के लिए नगर पालिका ने आनन-फानन में रोड धसने से हुए गड्ढे को दुरुस्त करा दिया था.