सोनभद्रःजिले के दुद्धी कोतवाली इलाके में 23 मई को हुए राम सुंदर हत्याकांड को लेकर गुरुवार को जनजाति सुरक्षा मंच के लोगों ने डीएम से इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग की. जिसके बाद डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच का आदेश देते हुए कलेक्ट्रेट में तैनात उप जिलाधिकारी कृपा शंकर पांडे को इसकी जिम्मेदारी सौंपी.
सोनभद्रः राम सुंदर हत्याकांड में जिलाधिकारी ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 23 मई को नगवा बालू साइट पर राम सुंदर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले को लेकर जनजाति सुरक्षा मंच के लोगों ने डीएम से मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग की, जिसपर डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश देते हुए उप जिलाधिकारी कृपा शंकर पांडे को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है.
राम सुंदर हत्याकांड की मजिस्ट्रियल जांच
गुरुवार को जनजाति सुरक्षा मंच के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने राम सुंदर हत्याकांड की मजिस्ट्रियल जांच की मांग की. डीएम यशराज लिंगम ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. डीएम ने कलेक्ट्रेट में तैनात उप जिलाधिकारी कृपा शंकर पांडे को पूरे मामले की जांच कर 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
जिले के दुद्धी कोतवाली इलाके की नगवा बालू साइट पर हंगामा करने व तोड़फोड़ करने के आरोप में 73 लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें 48 नामजद और 25 अज्ञात है. दरअसल मृतक रामसुंदर के परिजनों व स्थानीय लोगों का कहना है कि बालू साइट पर अवैध खनन चल रहा था और रामसुंदर की खेत से बालू निकाली जा रही थी, जिसका उन्होंने कई बार विरोध किया. इसकी वजह से बालू साइट पर काम करने वाले लोगों ने उनकी हत्या कर दी.