बस्ती: प्रदेश भर के बाद अब जनपद में भी टिड्डियों ने हमला बोल दिया है. इस बात की खबर लगते ही लोग अपने-अपने घरों से खेतों की ओर भागने लगे. लोगों ने टिड्डियों के पहुंचते ही ढोल, थाली और डीजे बजाना शुरू कर दिया. वहीं प्रशासन ने भी टिड्डियों को भगाने का प्रयास शुरू कर दिया. हालांकि लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी पहले से नहीं दी गई थी. डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि प्रशासन टिड्डियों के अलर्ट को लेकर पहले से सतर्क था.
दरअसल, शनिवार को टिड्डियों का दल आजमगढ़ जिले से होते हुए बस्ती पहुंच गया. लाखों के झुंड में पहुंची टिड्डियों ने फसलों पर हमला बोल दिया. इसके बाद आनन-फानन में किसान टिड्डी दलों को भगाने के लिए ढोल, थाली लेकर खेतों की तरफ भागे. इतना ही नहीं गाड़ी के हार्न बजाकर भी टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया गया. किसानों ने बताया कि तीन किमी की लंबी लाइन में टिड्डियों का झुंड जमीन से 50 मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहा था.
किसानों का आरोप है कि टिड्डियों को रोकने में प्रशासन पूरी तरह फेल रहा और भगाने के लिए कोई तैयारी पहले से नहीं की गई थी. इतना ही नहीं कोई अलर्ट भी नहीं जारी किया गया था. हालांकि प्रशासन ने भी गाड़ियों के हॉर्न बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन यह प्रयास नाकाफी रहा. इस दौरान टिड्डियों के कई झुंड जगह-जगह खेतो में बैठ गए. किसानों का आरोप है कि प्रशासन ने इस बात की भी जानकारी नहीं दी कि आखिर कौन सी दवा का छिड़काव किया जाए.
वहीं जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पहले ही मीटिंग की गई थी और सभी तैयारियों के निर्देश दिए गए थे. जन सहयोग के माध्यम से भी टिड्डियों को रोकने की तैयारी की गई थी. डीएम ने बताया कि फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां लगाकर छिड़काव भी करने के लिए कहा गया था. वहीं किसानों को अपने खेतों में टॉप ड्रेसिंग की सलाह दी गई है. टिड्डी दल रात को अपना निवास जहां बनाती है, वहीं दवा का छिड़काव कर नष्ट किया जाएगा. प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट था. किसानों के फसलों को किसी तरीके से कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा.