कुशीनगर: जिले में शुक्रवार को एक बन्द मकान से संदिग्ध हालत में मिली तीन लाशों के मामले में स्थानीय राजनीति गरमाने लगी है. कप्तानगंज थाने की पुलिस पर अवैध शराब के कारोबार को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए सत्ताधारी दल से जुड़े नेताओं ने मामले की उच्चस्तरीय शिकायत की बात कही है. वहीं जिले के एसपी ने इस बाबत अवैध शराब के कारोबार की बात को नकारते हुए साफ कहा कि घटना का अवैध शराब से कोई सम्बन्ध नहीं है.
कुशीनगर: संदिग्ध हालत में मिली तीन लाशों के मामले को लेकर गरमाई राजनीति
जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के पचार गांव मे शुक्रवार को एक आधे-अधूरे बने मकान के एक कमरे से काफी खराब हालत में तीन लाशें निकाली गयीं थीं. घटनाक्रम की सूचना के बाद आसपास के इलाकों में फैली अफरातफरी के बीच अधिकारियों और राजनीतिक दलों के लोगों ने घटनास्थल का दौरा किया.
भाजपा के स्थानीय नेता अनिल पाण्डेय ने कहा कि ये घटनाएंअवैध शराब के कारोबार के ही कारण हो रही हैं. घटना स्थल के निकट ही पुलिस का पिकेट है और तीन दिन तक घर के अंदर लाशें सड़ रहीं थी. उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये विषय गम्भीर है.
भाजपा के पुराने नेता व जिला स्तर के पदाधिकारी राम प्रताप सिंह ने कहा कि इस गांव के साथ-साथ आसपास के कई गांवों में अवैध शराब का कारोबार पुलिस के संरक्षण में फलफूल रहा है. इसकी शासन स्तर पर शिकायत दर्ज करायी जाएगी.