लखनऊ:प्रदेश सरकार प्रत्येक लाभार्थी को सही समय पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ राशन उपलब्ध कराएगी. इसके लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा. आवश्यक वस्तुओं के आवंटन, उठान और वितरण को मोबाइल ऐप के माध्यम से जोड़ा जाएगा. जिला और मुख्यालय स्तर पर रियल टाइम मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी. इससे इसका अधिक से अधिक लाभ जनता को मिल सकेगा.
6 माह का डाटा होगा अपलोड
ईटीवी भारत से बातचीत में अपर आयुक्त प्रशासन सुनील वर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने बैठक कर राशन उपभोक्ताओं की समस्याओं के बारे में चर्चा की. बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि राशन कार्ड और राशन वितरण में उपभोक्ताओं को असुविधा न होने दी जाए. इसके लिए आपूर्ति ऐप विकसित किया जाएगा. साथ ही पिछले 6 माह का डाटा भी अपलोड किया जाएगा.
लाभार्थी कर सकेगा शिकायत
इसके साथ ही कोटेदार ने कब राशन उठाया और कोटेदार के पास कितना स्टाफ है. इन सब का डिटेल रहेगा. शत-प्रतिशत वितरण की उपलब्धता और डाटा भी प्रशासन के पास रहेगा. ऐप के माध्यम से लाभार्थी शिकायत भी कर सकता है. उन्होंने बताया कि यदि लाभार्थी का घर दूर है, तो वह पोर्ट भी कर सकता है. यह ऐप 5 किलोमीटर के अंदर का रास्ता भी बताएगा. इससे उपभोक्ता अपने कोटे की दुकान पर जा कर राशन ले सकेगा. इसका मुख्य मकसद उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक सहूलियत उपलब्ध कराना है.
इसलिए लिया गया फैसला
बता दें कि प्रदेश में कोटेदारों द्वारा सही से राशन वितरण नहीं करने की शिकायत लगातार मिलती रहती है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने आपूर्ति ऐप विकसित करने का फैसला किया है. इससे सभी चीजों की मॉनिटरिंग की जा सकेगी, जिससे उपभोक्ताओं को इसका अधिक से अधिक लाभ मिले.