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नसबन्दी से यौन क्षमता नहीं होती प्रभावित - यौन क्षमता प्रभावित

पुरुषों की नसबंदी में भागीदारी बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाने जा रहा है. इस अभियान का आयोजन जनपद में दो चरणों में किया जाएगा. इस बार विभाग ने 15 पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य रखा है.

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21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलेगा नसबंदी पखवाड़ा.

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Published : Nov 18, 2020, 11:40 AM IST

कन्नौज :जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा. यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा. पहले चरण में टीम घर-घर जाकर दंपति से संपर्क कर परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगी. जबकि दूसरे चरण में इच्छुक पुरुषों की नसबंदी की जाएगी. इस बार अभियान की थीम 'परिवार नियोजन में पुरुषों की साझेदारी, जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली' रखी गई है. इस बार 15 पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है.

पुरुष नसबंदी प्रक्रिया है सुरक्षित और सरल

सीएमओ डॉ. स्वरूप ने बताया कि समाज में एक बहुत बड़ा मिथक है कि पुरुष यौन क्षमता प्रभावित होने के डर से नसबंदी नहीं करवाते हैं. जबकि यह सिर्फ एक भ्रांति है. पुरुष नसबंदी करने की प्रक्रिया बहुत ही सुरक्षित और बहुत ही आसान है. सरकार इसके लिए इच्छुक लाभार्थी को प्रतिपूर्ति राशि भी देती है. उन्होंने बताया कि नसबंदी की प्रक्रिया पूरी होने में केवल 10 से 15 मिनट का समय लगता है. इसमें लाभार्थी को दो से तीन दिन आराम की जरूरत होती है.

पुरुष करें परिवार नियोजन की पहल

सीएमओ ने कहा कि परिवार नियोजन के साधन को अपनाने की पहल पुरुषों द्वारा की जानी चाहिए. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भी जनसाधारण को सीमित परिवार के बारे में जागरूक करना तथा नसंबदी के प्रति पुरुषों को प्रोत्साहित करना है. साथ ही परिवार नियोजन में बराबर की साझेदारी के लिए तैयार करना है.

21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलेगा नसबंदी पखवाड़ा

एसीएमओ और नोडल अधिकारी डॉ. राम मोहन तिवारी ने बताया कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बहुत कम है. पुरुषों की नसबंदी में भागीदारी बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग 21 नवंबर से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाएगा. इस अभियान का आयोजन जनपद में दो चरणों में किया जाएगा. प्रथम चरण में 21 नवम्बर से 27 नवम्बर तक आशा और एएनएम दंपतियों से संपर्क करेंगी. उन्हें परिवार नियोजन क्या है और इसकी क्या जरूरत है, इस संबंध में जानकारी देंगी. साथ ही परिवार नियोजन में पुरुष नसबंदी के फायदे से अवगत कराते हुए नसबंदी के लिए प्रोत्साहित करेंगी. इच्छुक पुरुषों का पंजीकरण किया जाएगा. दूसरा चरण 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा. इस चरण में इच्छुक पुरुषों की नसबंदी की जाएगी. उन्होंने बताया कि यह अभियान 'परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली' थीम के साथ चलाया जाएगा.

सारथी वैन से किया जाएगा प्रचार-प्रसार

एसीएमओ ने बताया कि सारथी वैन के जरिए भी लोगों को परिवार नियोजन पर जागरूक किया जाएगा. प्रतिदिन सारथी वैन सार्वजनिक स्थलों पर घूमकर परिवार नियोजन का संदेश देने का काम करेगी. इसके लिए प्रत्येक दिन का रूट प्लान भी तैयार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि दंपति से संपर्क अभियान के दौरान आशा और एएनएम बास्केट ऑफ च्वाइस के जरिए काउंसलिंग करेंगी. सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कंडोम बॉक्स लगाए जाएंगे और रोजाना उन्हें सैनिटाइज किया जाएगा. कंडोम वितरण पर भी विशेष जोर दिया जाएगा.

15 पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य

उन्होंने बताया कि पिछले साल 11 पुरुषों की नसबंदी की गई थी. कोरोना के चलते इस साल परिवार नियोजन की गतिविधियां प्रभावित रही हैं. इस बार जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान 15 पुरुषों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है.

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