वाराणसी:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए गुलाब की पंखुड़ियां इस कदर रोड पर बिछाई जा रही थी मानो फूलों का कालीन सजा हो. लंका से लेकर दशाश्वमेध घाट तक हुए रोड शो में हर घर, हर दुकान से फूलों की बारिश हो रही थी. 7 किलोमीटर के इस रोड शो में करीब 50 क्विंटल फूल खप गए, जिनकी कीमत लाखों में है. इसके बाद यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर इतने फूल आए तो आए कहां से. ईटीवी भारत ने जब लोगों के बीच जाकर पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
ऐसे ही ऐतिहासिक नहीं बना पीएम मोदी का रोड शो, बरसे थे 50 क्विंटल गुलाब
26 मई गुरुवार को बनारस में एक ऐतिहासिक रोड शो हुआ. रोड शो के रास्ते में पड़ने वाला शायद ही कोई ऐसा घर था, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फूलों की बरसात न हुई हो. लंका से शुरू कर इस रोड शो को जब दशाश्वमेध घाट पर खत्म करने की प्लानिंग बनी तभी इसे भव्य बनाने के लिए बीजेपी ने कार्य शुरू कर दिया था.
खुद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने इस बात को बताया कि रोड शो को भव्य बनाने के लिए पार्टी स्तर पर एक घर में चार फूल के पैकेट पहुंचाने के आदेश दिए गए थे. एक फूल के पैकेट का वजन करीब 2 किलो था. रोड शो के दौरान 50 क्विंटल से ज्यादा फूलों की व्यवस्था घर-घर बांटने के लिए की गई थी. इसके लिए बूथ और सेक्टर लेवल पर कार्यकर्ताओं को लगाया गया था. हर कार्यकर्ता के जिम्मे लगभग 50 घर थे.
जब मुस्लिम इलाके में प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो पहुंचा तो यहां भी उसी तरह पीएम मोदी का स्वागत हुआ, जैसे पीछे के इलाकों में हो रहा था. घर-घर से फूल बरस रहे थे. मस्जिदों पर मौजूद लोग भी फूलों की बारिश कर रहे थे. जब ईटीवी भारत ने लोगों से बातचीत की तो पता चला कि 4 से 5 पैकेट हर एक घर और दुकान में दिए गए थे.
इतना ही नहीं फूलों की बारिश करने के लिए स्पेशल प्रेशर मशीन भी लगाई गई थी. लंका से लेकर दशाश्वमेध तक ऐसी 17 मशीनें लगी थी. इतना ही नहीं इन फूलों के पैकेट को घर-घर पहुंचाने के लिए लगभग 10 मैजिक और छोटी गाड़ियों को लगाया गया था. जबकि दो ट्रक अलग से इन फूलों के पैकेट को लेकर चल रहे थे. रोड शो में कई मौके तो ऐसे आए कि जब पीएम मोदी खुद अपनी गाड़ियों से फुल हटाते दिखे. इसके अलावा उनके सुरक्षा में तैनात एसपीजी जवान भी गाड़ी के बोनट से फुल हटाते दिखे.